कोयला कामगारों के सालाना बोनस को लेकर सीआईएल प्रबंधन और यूनियन के बीच अक्टूबर के पहले सप्ताह में बैठक होगी। अभी तारीख तय नहीं हुई है।
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इसके पहले यूनियन के पदाधिकारी मीटिंग करेंगे और संयुक्त रूप से बोनस की डिमांड तय करेंगे। एचएमएस के नेता नाथूलाल पांडे ने कहा कि सभी यूनियन के लोग आपस में चर्चा करेंगे। संयुक्त रूप से ही बोनस की राशि निर्धारित की जाएगी और इसको लेकर प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
यहां बताना होगा कि 2020-21 में कोल इंडिया लिमिटेड का मुनाफा बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2020- 21 में सीआईएल को 18,009.24 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। जबकि 2019-20 में मुनाफे का आंकड़ा 16,700 करोड़ रुपए था। इस लिहाज से कर्मचारियों में बोनस मिलने की उम्मीद बंध रही है।
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2020 में कोयला कामगारों को 68,500 रुपए बोनस के तौर पर दिए गए थे। यह रकम 2019 के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक थी। 2019 में 64,700 रुपए का बोनस मिला था। देखना होगा इस साल बोनस की राशि क्या होगी। कहा जा रहा है बोनस 75 हजार के भीतर ही रह सकता है।
बीते 10 वर्षों में मिला बोनस
- 2011 – 21,000
- 2012 – 26,000
- 2013 – 31,500
- 2014 – 40,000
- 2015 – 48,500
- 2016 – 54,000
- 2017 – 57,000
- 2018 – 60,500
- 2019 – 64,700
- 2020 – 68,500
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