कोयला कामगारों के सालाना बोनस (PLRS) को लेकर जेबीसीसीआई प्रतिनिधि यूनियन के नेताओं की बैठक खत्म हो चुकी है। बैठक में दोपहर दो बजे सीआईएल प्रबंधन के साथ होने वाली मीटिंग के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है।
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बताया गया है कि मैनेजमेंट बोनस को लेकर क्या प्रस्ताव रखता है, इसे देख कर यूनियन द्वारा चर्चा की जाएगी। कंपनी को हुए प्रॉफिट और शेयर होल्डर्स को मिले लाभ के अनुरूप कामगारों को बोनस दिए जाने की रणनीति तय की गई है। श्रमिक नेताओं की एक घण्टे से ज्यादा समय तक बैठक चली। इस मीटिंग में बोनस के अलावा अन्य मुद्दों को लेकर भी चर्चा की गई।
अभा खदान मजदूर संघ के महामंत्री एवं जेबीसीसीआई सदस्य सुधीर घुरडे ने कहा कि मालिकों को मिले लाभ की तरह मजदूरों को भी उनका हक मिलना चाहिए।
बोनस संबंधी बैठक में सम्मिलित होने एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, एसके पांडेय, बीएमएस से सुरेन्द्र कुमार पांडेय, सुधीर घुरडे, एटक से रामेन्द्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन नई दिल्ली पहुंचे हैं।
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आज (4 अक्टूबर) को नई दिल्ली स्थित सीआईएल कार्यालय में बोनस को लेकर दोपहर दो बजे से बैठक आयोजित है। 2020 में कोयला कामगारों को 68,500 रुपए बोनस के तौर पर दिए गए थे। यह रकम 2019 के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक थी। 2019 में 64,700 रुपए का बोनस मिला था।
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