कोयला कामगारों के सालाना बोनस को लेकर रणनीति तैयार करने रविवार को दोपहर बाद यूनियन नेताओं को बैठक करनी थी, लेकिन समय पर नई दिल्ली आगमन नहीं हो पाने के कारण यह मीटिंग कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
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अभा खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर घुरडे ने बताया कि 3 अक्टूबर को दोपहर दो बजे चारों यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक निर्धारित की गई थी। कुछ नेता देर शाम तक नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। लिहाजा आज बैठक नहीं की जा सकी है।
श्री घुरडे ने बताया कि कल यानी 4 अक्टूबर को नाश्ते के साथ चारों के प्रतिनिधि बोनस को लेकर चर्चा करेंगे।
बोनस संबंधी बैठक में सम्मिलित होने एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, एसके पांडेय, बीएमएस से सुरेन्द्र कुमार पांडेय, सुधीर घुरडे, एटक से रामेन्द्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन नई दिल्ली पहुंच रहे हैं।
यहां बताना होगा कि 4 अक्टूबर को नई दिल्ली स्थित सीआईएल कार्यालय में बोनस को लेकर दोपहर दो बजे से बैठक आयोजित की गई है।
कामगारों की एक लाख की डिमांड, लेकिन 75 हजार के भीतर रहेगा बोनस
2020-21 में कोल इंडिया लिमिटेड का मुनाफा बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2020- 21 में सीआईएल को 18,009.24 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। जबकि 2019-20 में मुनाफे का आंकड़ा 16,700 करोड़ रुपए था। इस लिहाज से कर्मचारियों में बोनस मिलने की उम्मीद बंध रही है। कामगारों के बीच से एक लाख रुपए की डिमांड हो रही है। माना जा रहा है बोनस की रकम 75 हजार रुपए के भीतर रहेगी।
2020 में कोयला कामगारों को 68,500 रुपए बोनस के तौर पर दिए गए थे। यह रकम 2019 के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक थी। 2019 में 64,700 रुपए का बोनस मिला था।
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