बिलासपुर, 11 मई। केन्द्रीय ठेका श्रम सलाहकार बोर्ड (सीएसीएलबी) के सदस्य सुरेंद्र कुमार पाण्डेय ने एसईसीएल की कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा एवं दीपका परियोजना का दौरा किया। बोर्ड के सदस्य ने ठेका कामगारों से मुलाकात की और हाई पॉवर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतन सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली।
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श्री पाण्डेय ने बताया कि ठेका कामगारों से जानकारी लेने के दौरान वेतन आदि सुविधाओं को लेकर शिकायत नहीं मिली। ठेका श्रमिकों से पूछा गया था कि उन्हें कितनों दिनों का वेतन मिलता है और कितना मिलता है, वेतन पर्ची मिलती है या नहीं, मेडिकल व सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता के बारे में भी पूछा गया था। ईपीएफ, पेंशन आदि की भी जानकारी ली गई। श्री पाण्डेय ने बताया एक ठेका कामगार के ड्राइविंग लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी थी। इसके बावजूद उसके द्वारा वाहन का परिचालन किया जा रहा था।
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केन्द्रीय ठेका श्रम सलाहकार बोर्ड के सदस्य ने बताया कि ठेका कंपनियों के रिकार्ड मंगा कर उसकी भी जांच की गई। ठेकेदारों के दस्तावेज संधारण में कुछ कमी देखने को मिली। निर्धारित कॉलम नहीं भरे गए थे। इसी तरह आईएमई निर्धारित चिकित्सक से न करा कर अन्य से कराया पाया गया, जो कि माइंस रूल के विरूद्ध है। दस्तावेज के संधारण में जो कमियां मिली, इसे दूर कर इसमें सुधार करने प्रबंधन से कहा गया है। खदानों में ठेका श्रमिकों से चर्चा के बाद अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई।
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