कोल इंडिया परिवार की मासूम बेटी के जीवन रक्षा की मुहिम के तहत भारतीय मजदूर संघ बीएमएस के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी ने भी सीआईएल के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन को पत्र भेजकर इलाज का व्यय वहन करने अनुरोध किया है।
सृष्टि रानी के जीवन रक्षा के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने अमेरिका से 16 करोड़ का इंजेक्शन मंगाने की अनुमति दे दी है। सीआईएल प्रबंधन ने अभी राशि स्वीकृत किए जाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय ने सीआईएल के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन से सृष्टि रानी के इलाज और इसके लिए आ रहे खर्च को लेकर टेलीफोनिक चर्चा की थी। इस चर्चा में श्री पांडेय को बताया गया कि सीआईएल प्रबंधन इंजेक्शन मंगाने तैयार, लेकिन इसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया की अनुमति की आवश्यकता होगी।
यहां बताना होगा कि सीआईएल की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल के दीपका परियोजना में नियोजित सतीश कुमार रवि की 22 माह की पुत्री सृष्टि रानी स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (Spinal Muscular Atrophy) नामक बीमारी से पीड़ित है और एक फरवरी, 2021 से वेंटिलेटर पर है। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उपचारार्थ सृष्टि रानी की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को Zolgensma नाम की दवा (देखें AIIMS द्वारा जारी पत्र) की जरूरत है। इस दवा की कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।
सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय, एचएमएस नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव, कोल एम्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के केन्द्रीय सचिव संजीव श्रीवास्तव, राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जामा ने सीआईएल चेयरमैन को सृष्टि रानी के इलाज के लिए राशि उपलब्ध कराने पत्र लिखा था।
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