नई दिल्ली, 19 अगस्त। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) में सीएमडी के पीए, सप्लायर के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अधिकारिक प्रेस बयान जारी किया है। 17- 18 को की गई कार्रवाई में पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार किए गए लोगों में सीबीआई का भी एक डीएसपी है।
सीबीआई ने बताया है कि भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता सुनिश्चित करते हुए 17 अगस्त को की गई तलाशी में 3.85 करोड़ रुपये नकद बरामद होने के बाद, नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के प्रबंधक (सचिवालय) और सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा को गिरफ्तार किया है। यह राशि कथित तौर पर एनसीएल, सिंगरौली में उनके संचालन के लिए कई ठेकेदारों और अधिकारियों से उनके पक्ष में एकत्र की गई थी।
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सीबीआई ने मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों/व्यापारियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कई अधिकारियों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के इन अधिकारियों को रिश्वत पहुंचाने और उन्हें सुविधा प्रदान कर रहा था।
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मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को भी सीबीआई में उनके खिलाफ लंबित शिकायतों/जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट प्राप्त करने के एवज में श्री जॉय जोसेफ दामले, उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी, सीबीआई, जबलपुर को 5 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। श्री रविशंकर सिंह और उनके सहयोगी एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के अधिकारियों और श्री जे जे दामले के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
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आरोप है कि 16.08.2024 को श्री रविशंकर सिंह के निर्देश पर रवि सिंह के कर्मचारी अजय वर्मा ने लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सिंगरौली से 5 लाख रुपये का उपरोक्त अनुचित लाभ प्राप्त किया था। रिश्वत की रकम कथित तौर पर सूबेदार ओझा द्वारा भेजी गई थी और 17.08.24 को रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह रकम एसीबी जबलपुर, सीबीआई के डिप्टी एसपी जेजे दामले तक पहुंचाने का निर्देश दिया था।
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इससे पहले, पीसी एक्ट (जैसा कि 2018 में संशोधित) की धारा 7, 7ए, 8 के साथ भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2) के तहत एक नियमित मामला (i) रविशंकर सिंह, मेसर्स संगम इंजीनियरिंग, सिंगरौली (मप्र) के निदेशक के खिलाफ पंजीकृत किया गया था; (ii) लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सिंगरौली, (iii) सुबेदार ओझा, प्रबंधक (सचिवालय), एनसीएल, सिंगरौली; (iv) दिवेश सिंह, निजी व्यक्ति (रविशंकर सिंह के सहयोगी); (v) जॉय जोसेफ दामले, उप पुलिस अधीक्षक, सीबीआई, एसीबी, जबलपुर, अन्य अधिकारी और अन्य अज्ञात।
सिंगरौली, जबलपुर और नोएडा में कई स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।