कोरोमा महामारी के कारण रद्द हुई सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम के लिए तय मूल्यांकन नीति को लेकर कई छात्रों में संशय बना हुआ है। इसे लेकर सीबीएसई ने अब साफ कर दिया है कि परिणाम से असंतुष्ट छात्रों को अगस्त से सितंबर के बीच परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। साथ ही बोर्ड ने कहा है कि 12वीं के परिणाम 31 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को बोर्ड परीक्षाओं और मूल्यांकन संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान सीबीएसई ने 12वीं की वैकल्पिक परीक्षा अगस्त-सितंबर में कराने की बात कही है। सीबीएसई बोर्ड ने कहा कि हम पूर्व घोषित मूल्यांकन नीति से रिजल्ट तैयार कर रहे हैं। परिणाम 31 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे। मूल्यांकन और रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को मध्य अगस्त से सितंबर के बीच परीक्षाओं में भाग लेने का मौका दिया जाएगा।
इससे पहले सीबीएसई ने 17 जून को 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट के लिए मूल्यांकन नीति जारी करते हुए 30रू30रू40 का मूल्यांकन फॉर्मूला दिया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। हालांकि, सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बोर्ड को शिकायत निवारण तंत्र, वैकल्पिक परीक्षा की तारीख आदि पर भी विचार करने के लिए कहा था। इसी को लेकर सोमवार की सुनवाई के दौरान सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में जवाबी हलफनामा दायर किया है।
इस हलफनामे के अनुसार सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुरूप 12वीं कक्षा के मूल्यांकन मानदंड पर एक विवाद समाधान समिति बनाने पर सहमति व्यक्त की है। इस समाधान समिति का उद्देश्य छात्रों को मिलने वाले अंकों पर उनकी शिकायतों का समाधान करना होगा। वहीं, फिर भी अगर कोई छात्र अपने परीक्षा परिणाम से अंसतुष्ट हैं तो शारीरिक तौर पर परीक्षा में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट छात्रों को लिखित परीक्षा देने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का पर्याप्त अवसर प्रदान किया जाएगा। ऐसे छात्रों के लिए परीक्षाओं का आयोजन 15 अगस्त, 2021 से 15 सितंबर, 2021 के बीच ऑफलाइन आधार पर किया जाएगा। इन परीक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों के लिए लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर तैयार परिणाम को ही अंतिम माना जाएगा।
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