केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज उच्चतम न्यायालय को सौंपने के लिए 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन मापदंड के बारे में अपनी रिपोर्ट जारी की। 12वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम 30-30 प्रतिशत 10वीं और 11वीं कक्षा के प्रदर्शन के आधार पर और 12वीं के घटक 40 प्रतिशत पर आधारित होगा।
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महामारी के बीच सीबीएसई और सीआईएससीई की कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द करने के निर्देश की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस ए.एम. खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी की पीठ को अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने बताया कि सीबीएसई के छात्र जो मूल्यांकन फॉर्मूले से संतुष्ट नहीं हैं, उन्हें महामारी की स्थिति समान होने पर कक्षा 12वीं की परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा।
उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में कक्षा 12की बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बोर्ड को दो सप्ताह के भीतर रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया था। सीबीएसई ने मूल्यांकन मानदंडों को अंतिम रूप देने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया था।
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