धनबाद, 13 सितम्बर। कोल इंडिया लिमिटेड (CCL) की अनुषांगिक कंपनियों के श्रमिक संगठनों के पदाधकारियों पर आरोप लगते हैं कि यूनियन की आड़ में वे पोस्टिंग ऐसे विभागों में कराते हैं जहां कार्य का बोझ कम हो और वे आसानी से नेतागिरी कर सकें। इस तरह के मामले को लेकर सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) में कार्यरत सीसीएलसीकेएस (CCLCKS) के नेताओं की शिकायत की गई है। बताया गया है कि शिकायत की जांच भी शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार रांची के समाजिक सुरक्षा समन्वय समिति ने इस संदर्भ में कोयल मंत्री, कोयला सचिव और सीआईएल चेयरमैन को एक शिकायत भेजी थी। इस शिकायत में भारतीय मजदूर संघ (BMS) से सम्बद्ध सीसीएलसीकेएस के नामजद पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।
शिकायत में बताया गया है कि सीसीएलसीकेएस से जुड़े श्रमिक नेता मनोज कुमार रजक (एनके एरिया), संजय कुमार चौधरी (पिपरवार), शशिभूषण सिंह (सयाल एरिया), जेपी झा (हजारीबाग एरिया), सुधीर कुमार (हजारीबाग एरिया), जयप्रकाश राणा (हजारीबाग एरिया), रणविजय सिंह (हजारीबाग एरिया), रामेश्वर मंडल (कथारा एरिया), निर्गुण महतो (कुजू एरिया), विशाल कुमार (रजरप्पा एरिया), मुकेश कुमार (मगध अम्रपाली), मदन कुमार (अरगड्डा), मयूरा मंडल (पिपरवार) अपनी ड्यूटी निर्वहन नहीं कर रहे हैं और गलत तरीके से चार्ज एलांउस प्राप्त कर रहे हैं।
शिकायत में कहा गया है कि सीसीएलसीकेएस से जुड़े ये लोग माइनिंग स्टॉफ के तौर पर नियुक्त हैं। माइनिंग स्टॉफ रेगुलेशन के अधार पर माइंस में स्टेट्यूटरी फुल फील करने के लिए कार्यरत होते हैं। माइनिंग स्टॉफ पर केवल काम करवाने की ही जिम्मेदारी नहीं है बल्कि सुरक्षा का निरंतर निरीक्षण करना होता है ताकि कार्य के दरम्यान कोई घटना या दुर्घटना न घटे। माइनिंग स्टॉफ द्वारा प्रत्येक शिफ्ट में आधा घंटा पहले और आधा घंटा बाद चार्ज लेन तथा चार्ज हैंडओवर करना होता है। इसलिए माइनिंग स्टॉफ को एक घंटे का चार्ज एलांउस मिलता है। यह राशि प्रति माह न्यूनतम 25,000 हजार एवं अधिकतम 30,000 हजार रुपए तक होती है।
शिकायत में कहा गया है कि माइनिंग स्टॉफ के रूप में डीजीएमएस सर्टीफिकेट होल्डर को ही दायित्व सौंपा जाता है। इसके बावजूद इन पदों का दायित्व श्रमिक नेताओं को सौंपा जा रहा है, जबकि नियमत तौर पर कार्य स्थल पर नहीं होते हैं। गलत तरीके से एलाउंस लेने के अलावा अन्य लाभ भी इनके द्वारा लिया जाता है। बीएमएस के अलावा अन्य यूनियन से जुड़े और भी कई पदाधिकारी हैं जो कार्य नहीं करते हैं और अनुचित तरीके से लाभ लेते हैं।
क्षेत्रीय स्टॉफ अधिकारियों से प्रबंधन ने मांगी जानकारी
इधर, सीसीएल के मुख्य प्रबंधक (कार्मिक एवं औद्योगिक सुरक्षा) ने दिनांक 6 सितम्बर, 2024 को सभी क्षेत्रीय स्टॉफ अधिकारी को पत्र भेजकर स्टेट्यूटरी पद पर कार्य करने वाले कर्मियों की जानकारी उपलब्ध कराने कहा है। बताया गया है कि उच्च स्तर पर की गई शिकायत पर संज्ञान लिया गया और जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके बाद स्टॉफ अधिकारी को पत्र भेजकर स्टेट्यूटरी पद के संदर्भ में जानकारी एकत्र की जा रही है। क्षेत्रीय स्टॉफ अधिकारियों से कहा गया है कि स्टेट्यूटरी पद पर कार्य करने वाले माइनिंग सरदार, ओवरमैन इत्यादि के चार्ज एलाउंस की जानकारी दी जाए। साथ ही माइनिंग स्टाफ जो स्टेट्यूटरी पद पर हैं, उनके पदस्थापन एवं कार्य के संबंध में क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने भी कहा गया है।