रांची, 29 अगस्त। कोल इंडिया (Coal India) की अनुषांगिक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) ने MDO (Mine Developer and Operator) मॉडल में पिपरवार भूमिगत खदान के ऑपरेट के लिए लगभग 1900 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इसे भी पढ़ें : कोयला कामगारों को एक लाख रुपए बोनस देने उठी मांग, 27 सितम्बर को बैठक
0.87 मिलियन टन (MT) की वार्षिक क्षमता के साथ यह एमडीओ मॉडल में ऑपरेट होने वाली सीआईएल की पहली भूमिगत खदान होगी।
इसे भी पढ़ें : साढ़े 29 हजार कोल अफसरों को 456.14 करोड़ का होगा भुगतान
सीसीएल द्वारा संचालित पिपरवार कोयला खदानें भूमिगत और ओपनकास्ट कोयला खदानों का एक नेटवर्क हैं। संचालित खदानों में अशोका खान, पिपरवार खदानें और रे- बछरा शामिल है। कंपनी अशोका और पिपरवार खदानों के लिए बड़ी विस्तार परियोजनाओं पर काम कर रही है।
कोल सेक्टर की खबरें पढ़ने क्लिक करें : https://www.industrialpunch.com/category/coal/
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …