कोरबा, 29 मार्च। केंद्रीय सलाहकार ठेका श्रम बोर्ड (Central Advisory Contract Labour Board) के चेयरमैन सुरेन्द्र पाण्डेय (BMS) एवं सदस्य शिवकुमार यादव (HMS) ने एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट गेवरा का निरीक्षण किया। इस दौरान कई तरह की खामियां नजर आईं। 13 साल बाद बोर्ड के पदाधिकारियों का यह निरीक्षण हुआ।

केंद्रीय सलाहकार ठेका श्रम बोर्ड के चेयरमैन एवं सदस्य ने गेवरा खदान पहुंचकर ठेका श्रमिकों से सीधे संवाद किया। ठेका श्रमिकों से मिलने वाल सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गई। वेतन, सीएमपीएफ कटौती, चिकित्सीय सुविधा एवं उनके अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई।

बोर्ड के पदाधिकारियों को हाई पावर कमेटी एवं बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदंडों में कई कमियां मिली। कई श्रमिकों पहचान पत्र जारी नहीं किया गया और न ही उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सीय सहायता/सुविधा मिल रही थी। नियमानुसार सीएमपीएफ कटौती नहीं हो रही थी और वेतन का उचित भुगतान हनीं किया जा रहा था।

प्रबंधन एवं ठेकेदार बोर्ड के पदाधिकारियों के सवालों का जवाब नहीं दे सके और न ही दस्तावेज उपलब्ध कराए गए। चेयरमैन एवं सदस्य ने उपस्थित एसईसीएल के अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें फटकार लगाई और व्यवस्थ दुरूस्त करने कहा। एसईसीएल प्रबंधन ने तीन माह के भीतर सभी खामियों को दूर करने का आश्वासन दिया।

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