रांची, 26 जुलाई। शुक्रवार को रांची में कोल सेक्टर (Coal Sector) के प्रमुख श्रमिक संगठनों की बैठक हुई। बैठक में चार्टर ऑफ डिमांड तय किया गया है।
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एटक नेता रमेंद्र कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ। खदानों का एमडीओ मोड पर आबंटन, रेवेन्यू शेयर के माध्यम से खदानों का निजीकरण, कोल इम्पोर्ट में गड़बड़ी, ठेका मजदूरों को एक माह का वेतन एग्रेसिया के रूप में प्रदान करना, मेडिकल अनफिट चालू, एक जनवरी 2017 से ग्रेच्युटी भुगतान, फीमेल वीआरएस शुरू करना, पेंशन रिवीजन, माइंस एक्सीडेंट में 40 लाख रुपए का भुगतान सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा की गई।
इंटक नेता एसक्यू जामा ने बताया कि बैठक में चार्टर ऑफ डिमांड तैयार कर इसे कोयला मंत्री को प्रेषित किए जाने का निर्णय लिया गया। चार्टर ऑफ डिमांड भेजने के बाद कोयला मंत्री से प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात हेतु समय लिया जाएगा। कोयला मंत्री से भेंट होने के बाद ही आंदोलन जैसे किसी निर्णय पर पहुंचा जाएगा।
बैठक में रमेंद्र कुमार, जयमंगल सिंह, एसक्यू जामा, डीडी रामनंदन, सीजे जोसेफ, श्री प्रधान, हरिद्वार सिंह, लखनलाल महतो, अशोक यादव, अजय कुमार, आरपी सिंह, मानस चटर्जी की उपस्थिति रही।
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एचएमएस नेता नहीं पहुंचे
बताया गया है कि बैठक में एचएमएस (HMS) से किसी भी श्रमिक नेता की उपस्थिति नहीं हुई। नाथूलाल पाण्डेय को बैठक में आना था, लेकिन स्वास्थ्यगत कारणों से वे उपस्थित नहीं सके। कहा गया है कि श्री पाण्डेय ने बैठक में लिए गए निर्णय पर अपनी सहमति दी है। बैठक में सम्मिलित होने के लिए भारतीय मजदूर संघ को भी आमंत्रण भेजा गया था, लेकिन बीएमएस ने लिखित तौर पर इस बैठक में सम्मिलित होने में असर्मथता जता दी थी।