नई दिल्ली, 30 जून। कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) द्वारा कमॅर्शियल माइनिंग (Commercial Mining) के 7वें दौर की नीलामी में छत्तीसगढ़ की 23 कोयला खदानों को सूचीबद्ध किया गया था। 28 जून को खोली गईं तकनीकी बोलियों में राज्य की केवल चार कोयला खानों के लिए ही बोली मिली है।
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जिन चार कोयला खदानों के लिए बोलियां जमा की गई हैं, इनमें फ़तेहपुर साउथ (कोरबा)- 1 बोली, शेरबंद (रायगढ़)- 7 बोली, तारा (सूरजपुर)- 3 बोली, बैसी पश्चिम (रायगढ़)- 1 बोली शामिल हैं। इन चार कोयला खदानों के लिए कुल 12 बोलियां मिली हैं।
तारा, 81 फीसदी वन क्षेत्र
इनमें तारा (Tara) एक ऐसा कोल ब्लॉक है, जो घने वनक्षेत्र में स्थित है। हसदेव अरण्ड कोलफील्ड्स में स्थित तारा कोल ब्लॉक 24 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 81 फीसदी क्षेत्र में वन है। ये इलाका घन वन होने के कारण अच्छी बारिश वाला भी है। यहां औसतन 1500 एमएम बारिश होती है। तारा ब्लॉक में 336.912 मिलियन टन कोयला भंडारित है। पूर्व में इस ब्लॉक को छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलेपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को आबंटित किया गया था। तारा कोल ब्लॉक की नीलामी का निरंतर विरोध हो रहा है। क्षेत्र के लोग इसकी मुखालफत कर रहे हैं।
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यहां बताना है कि कोयला मंत्रालय द्वारा 29 मार्च को 103 कोयला खदानों के लिए 7वें चरण की नीलामी शुरू की गई थी। इनमें 18 कोयला खदानों के लिए कुल 35 बोलियां प्राप्त हुई हैं। 22 कंपनियों ने बोलियां जमा की है। 24 जुलाई से नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।