रायपुर, 19 मई (MS Sheikh) : पूरे देश में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) एक ऐसा राज्य है जहां निजी सेक्टर (Pvt. Sector) के थर्मल संयंत्रों के माध्यम से सबसे अधिक बिजली उत्पादन होता है। 31 मार्च, 2024 की स्थिति में निजी सेक्टर के संयंत्रों की उत्पादन क्षमता 13168 मेगावाट (MW) है।
छत्तीसगढ़ थर्मल संयंत्रों से देश के कुल बिजली उत्पादन के मामले में दूसरा बड़ा राज्य है। यहां राज्य, निजी एवं सेंट्रल सेक्टर से कुल 23688 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। इसमें राज्य सरकार के विद्युत संयंत्रों की क्षमता 2840 मेगावाट है। सेंट्रल सेक्टर के संयंत्रों से 7680 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जबकि निजी सेक्टर की बिजली उत्पादन क्षमता 13168 मेगावाट है। रमन सरकार के 15 साल के कार्यकाल के दौरान निजी कंपनियों से थर्मल विद्युत संयंत्र स्थापित करने के लिए बड़ी संख्या में एमओयू किए गए थे।
महाराष्ट्र का दूसरा स्थान
छत्तीसगढ़ के बाद निजी सेक्टर से बिजली उत्पादन के मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। इस राज्य में निजी सेक्टर के थर्मल संयंत्रों से 10826 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जबकि राज्य सरकार के संयंत्रों से 9540 मेगावाट एवं सेंट्रल सेक्टर के पॉवर प्लांट्स से 3640 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। तीसरा स्थान गुजरात का है। यहां निजी सेक्टर से 10822 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है।
देखें निजी सेक्टर से बिजली उत्पादन वाले टॉप 10 राज्य एवं क्षमता (31 मार्च, 2024 की स्थिति में) :
- छत्तीसगढ़ : 13168 MW
- महाराष्ट्र : 10826 MW
- गुजरात : 10822 MW
- मध्यप्रदेश : 8320 MW
- आन्ध्रप्रदेश : 4580 MW
- पंजाब : 3920 MW
- तमिलनाडू : 3639 MW
- ओडिशा : 3200 MW
- कर्नाटक : 2060 MW
- पश्चिम बंगाल : 2037 MW