कोरबा (IP News). पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहां तीन साल के भीतर कोयला भंडार में सबसे ज्यादा 12,226 मिलियन टन का इजाफा हुआ है। राज्य में 2018 में कुल कोयला भंडार 57,206 मिलियन टन था। 2019 में 59,908 मिलियन टन तथा 2020 में यह आंकड़ा 69,432 मिलियन टन पर पहुंच गया। इस बीच नए कोयला भंडार मिले। छत्तीसगढ़ का देश के कोल रिजर्व के मामले में तीसरा स्थान है। भारत में सर्वाधिक 85,602 मिलियन टन का कोयला भंडार झारखण्ड में है।

इसे भी पढ़ें: JBCCI : इंटक की याचिका में की गई मांग से कलकत्ता हाईकोर्ट नहीं हुआ कंविन्स, कहा- सभी पार्टी को सुनेंगे, जानें कोर्ट ने क्या निर्देश दिए, ददई दुबे के आवेदन का हाल भी जानें

ओडिशा

तीन साल के भीतर छत्तीसगढ़ के बाद ओडिशा के कोल रिजर्व में 5,357 मिलियन टन की बढ़ोतरी हुई। 2018 में 79,295 मिलियन टन, 2019 में 80,840 मिलियन टन तथा 2020 में कोयला भंडार का आंकड़ा 84,652 मिलियन टन पर पहुंचा।

झारखण्ड

देश के सर्वाधिक कोयला भंडार वाले राज्य झारखण्ड में तीन के साल के भीतर 2,450 मिलयन टन की वृद्धि हुई। झारखण्ड में 2020 में कुल कोयला भंडार 85,602 मिलियन टन दर्ज हुआ है। जबकि 2018 में यह आंकड़ा 83,152 मिलियन टन तथा 2019 में 84,506 मिलियन टन पर था।

इसे भी पढ़ें: कोल इंडिया ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए ऊर्जा दक्षता से जुड़े उपायों पर दिया जोर, पांच-वर्षीय योजना की तैयार

गोंडवाना कोलफील्ड्स

यहां बताना होगा कि गोंडवाना कोलफील्ड्स में कुल 12 राज्य झारखण्ड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, बिहार, सिक्किम, असम मौजूद हैं। इन राज्यों में 2020 की स्थिति में कुल कोयला भंडार 3,42,397 मिलियन टन है। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड में आंशिक कोल भंडार हैे। 2020 के आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल 3,44,021 मिलियन टन कोल रिजर्व है। 2018 के मुकाबले में इसमें 25,001 मिलियन टन की वृद्धि दर्ज की गई।

सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunchपर Follow करें …

  • Website Designing