पटना, 03 सितम्बर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मणिपुर में जदयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब हम एनडीए से अलग हुए, तो मणिपुर के हमारे सभी छह विधायक आए और हमसे मिले और हमें आश्वासन दिया कि वे जदयू के साथ हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या हो रहा है। वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, है न? क्या यह संवैधानिक है? विपक्ष 2024 के चुनाव के लिए एकजुट होगा।
जदयू प्रमुख राजीव रंजन ललन सिंह ने भी मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड के विधायक के भाजपा में शामिल होने के मामले में राजनीतिक खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। उन्होंने शनिवार को कहा कि विलय भाजपा द्वारा धन बल का उपयोग करके किया गया। जदयू प्रमुख ने कहा कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ,भाजपा ने धनबल का इस्तेमाल करके किया। पीएम के लिए विपक्षी दलों का साथ आना भ्रष्टाचार है। वे जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन जद (यू) करेगा। 2023 तक एक राष्ट्रीय पार्टी बनें।
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