कोलकाता, 01 फरवरी। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने 16 फरवरी को प्रस्तावित कामबंद हड़ताल को टालने का आग्रह किया है। श्री प्रसाद ने अपनी अपील में कंपनी के विकास और देश की ऊर्जा सुरक्षा का हवाला दिया है।
चेयरमैन ने एचएमएस के हरभजन सिंह सिद्धु, नाथूलाल पाण्डेय, इंटक के अनूप सिंह, एसक्यू जामा, सीटू के डीडी रामनंदन, जीके श्रीवास्तव तथा एटक के रामेन्द्र कुमार, सीजे जोसेफ के नाम अपील जारी की है। चारों यूनियन को पृथक- पृथक अपील प्रेषित की गई।
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चेयरमैन ने अपनी अपील में कहा है कि अखिल भारतीय औद्योगिक, क्षेत्रीय हड़ताल और ग्रामीण बंद के समर्थन में राष्ट्रीय महासंघ के साथ एकजुटता दिखाते हुए कोल सेक्टर में 13 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल का प्रस्ताव दिया गया है, जो मुख्य रूप से नीतिगत मामले हैं और सीधे तौर पर कोल इंडिया से संबंधित नहीं हैं।
कोल इंडिया लिमिटेड ने हमेशा स्थापित द्विपक्षीय मंचों के माध्यम से एक सामंजस्यपूर्ण औद्योगिक संबंध परिदृश्य बनाए रखा है, जिसमें आपसी बातचीत से मुद्दों का समाधान हो जाता है। आपके सहयोग से, कोल इंडिया एनसीडब्ल्यूए-11 के माध्यम से अपने कर्मचारियों के लिए उद्योग में सर्वात्तम समझौता हासिल करने में सक्षम हुआ है। कोल इंडिया के संबंध में उठाए गए विशिष्ट मुद्दे संयुक्त मंच के दायरे में हैं और इन्हें चर्चा के माध्यम से हल किया जा सकता है। सभी मोर्चों पर हमारे आपसी सहयोग को देखते हुए, 16.02.2024 को प्रस्तावित हड़ताल टाली जा सकती है।
ऐसे समय में जब कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियां 2025- 26 तक उत्पादन को अधिकतम 1 बिलियन टन तक पहुंचाने का लक्ष्य बना रही हैं, प्रस्तावित हड़ताल का आह्वान हमारे लक्ष्य को हासिल करने में एक गंभीर बाधा होगी।
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इसके अलावा, वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में, कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियां 780 मिलियन टन का लक्षित उत्पादन हासिल करने का प्रयास कर रही हैं और इस समय कोई भी व्यवधान कंपनी के विकास के साथ-साथ देश को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने में प्रतिकूल होगा।
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, मैं हड़ताल के आह्वान पर पुनर्विचार करने की ईमानदारी से अपील करता हूं ताकि कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियां कुशलतापूर्वक काम करती रहें और देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करती रहें।