कोरबा, 5 अगस्त। शनिवार को छत्तीसगढ़ में स्थित एसईसीएल (SECL) के कोरबा कोलफ़ील्ड्स के दौरे पर पहुंचे कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद (CIL Chairman PM Prasad) ने गेवरा मेगा प्रोजेक्ट (Gevra Mega Project) का निरीक्षण किया। व्यू प्वाइंट से माइन प्लान की जानकारी ली और कोल फ़ेस गए तथा ग्राउंड- जीरो पर पहुंचकर खदान के विस्तार, वार्षिक लक्ष्य प्राप्ति आदि बिंदुओं पर चर्चा की।
चेयरमैन ने गेवरा के नए पब्लिक साइलो का अवलोकन किया एवं कार्य के प्रगति की समीक्षा की। वे साइलो के व्यू प्वाइंट तक गए तथा रेल रेक की उपलब्धता, कोल स्टॉक, कोयला प्रेषण की रणनीति आदि बिंदुओं पर एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा की।
चेयरमैन ने दीपका मेगा प्रोजेक्ट भी गए तथा माइन व्यू-प्वाइंट से खदान का निरीक्षण किया। मलगांव, सुआभोंडी आदि समीपवर्ती गांवों की भूमि- अधिग्रहण की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि हमें पूरे प्रयास करते हुए उत्पादन के वार्षिक लक्ष्य को हासिल करना होगा।
कुसमुंडा क्षेत्र में पहुंचे
चेयरमैन पीएम प्रसाद शनिवार की सुबह कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट (Kusmunda Mega Project) के निरीक्षण पर पहुंचे। व्यू प्वाइंट से खनन गतिविधियों का जायजा लिया। कुसमुंडा टीम ने पॉवर प्वाइंट प्रस्तुति के ज़रिए क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी दी।
कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट इस वित्तीय वर्ष 50 एमटी उत्पादन, 52 एमटी डिस्पैच व 60 MCuM ओबीआर के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। इस वर्ष अब तक एरिया ने गत वर्ष की तुलना में कोयला उत्पादन में 49 फभ्सदी, ओबीआर में 44 प्रतिशत व डिस्पैच में 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।
प्रस्तुति के दौरान एसईसीएल के तीन मेगा प्रोजेक्ट्स में लागू डिजीकोल परियोजना की चर्चा करते हुए चेयरमैन को बताया गया कि कोल इंडिया में पहली बार कुसमुंडा से सटे खोडरी गांव में भूमि अधिग्रहण में डिजिटाइजेशन का पूर्ण प्रयोग हो रहा है। परियोजना में लगे ड्रोन की मदद से खदान के हॉल रोड के ग्रेडिएंट को सुधारने में मदद मिली है।
कुसमुंडा परियोजना के निरीक्षण उपरांत चेयरमैन , गेवरा एरिया के हाल हीं में उद्घाटित रैपिड रेल लोड आऊट सिस्टम का अवलोकन करने पहुंचे। डिस्पैच की इस आधुनिक व्यवस्था की क्षमता 20 एमटीवाई है। इस दौरान सीएमडी डा. प्रेमसागर मिश्रा सहित एसईसीएल के अन्य अधिकारी मौजूद थे।