कोलकाता। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने चेताया है कि अगर दाम नहीं बढ़ाए गए तो कोयले का उत्पादन घट सकता है।
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी, सैलरी में बढ़ोतरी और डीजल की ऊंची कीमतों के कारण कॉस्ट प्रेशर का सामना कर रही है। डीजल का इस्तेमाल खनन से जुड़े उपकरणों को चलाने में होता है।
कंपनी की कुछ यूनिट्स के लिए कीमत बढ़ोतरी के बिना सर्वाइव करना मुश्किल हो गया है। यह बात कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने एनालिस्ट्स के साथ एक कॉल में कही है।
पावर जेनरेशन में कोयले की हिस्सेदारी अभी करीब 70% कोल इंडिया पर फिलहाल कोयले की सप्लाई मेंटेन रखने का दबाव है।
इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन में अभी कोयले की हिस्सेदारी करीब 70 फीसदी है। पिछले साल के आखिर में पावर प्लांट्स में कोल इनवेंटरीज घट गई है, क्योंकि माइन आउटपुट गिर गया था। इस वजह से बिजली की थोड़ी किल्लत हुई।