नई दिल्ली, 05 जुलाई। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) प्रबंधन द्वारा माइनिंग स्टॉफ का ऑफिसर कैडर में प्रमोशन के लिए लाए गए नए प्रावधान (Ammendment promotion policy of Non-executive to Executive Cadre) का विरोध शुरू हो गया है। सीआईएल की अनुषांगिक कंपनियों में नियोजित ओवरमैन एवं माइनिंग सरदार इस प्रावधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर, ऑल इंडिया डिप्लोमा इंजीनियर्स एंड ऑफिशियल्स एसोसिएशन (AIDEOA) ने सीआईएल चेयरमैन को पत्र लिखकर कहा है कि नए प्रावधान से माइनिंग स्टॉफ का कॅरियर खत्म हो जाएगा। नए प्रावधान को निरस्त करने की मांग की गई है। साथ ही आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
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AIDEOA के राष्ट्रीय महासचिव आरके तिवारी ने चेयरमैन को लिखे पत्र में कहा है कि प्रबंधन द्वारा पत्र संख्या CIL / CSA (PC) / Mining Rectt./1080 दिनाँक 28.06.2023 एवं पत्र संख्या CIL/C5A (PC)/ED posts/1081 दिनाँक 28.06.2023 के माध्यम से माइनिंग स्टाफ का ऑफिसर कैडर में प्रमोशन के लिए जो प्रावधान लाया गया है उससे माइनिंग स्टाफ का कॅरियर लगभग खत्म सा होता प्रतीत हो रहा है।
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पहले ही हमें पूरे सर्विस काल में सिर्फ 3 प्रमोशन का प्रावधान रखा गया है, उसके बाद इन नये कानूनों से हमारे किसी भी माइनिंग स्टाफ का प्रमोशन नहीं हो सकेगा, क्योंकि हमारे बहुत से माइनिंग स्टाफ जो पिछले (जॉइनिंग के बाद से) 10-12 वर्षों से एक ही ग्रेड (ग्रेड-C) में हैं। अगर 10 साल 12 साल में एक ग्रेड प्रमोशन होता है तो रिटायरमेंट तक हम शायद ही ग्रेड A तक पहुंच सके, फिर ग्रेड A में कम से कम 3 साल और वो भी सिर्फ unrestricted certificate holders का, ऐसी स्थिति में हमारे साथियों का प्रमोशन ऑफिसर कैडर में कैसे संभव है। एव Restricted certificate holders (SMC, FMC) को भी सीनियर ऑफिसर माइनिंग (Grade E2) के विभागीय प्रमोशन में बराबर का मौका दिया जाए।