गुरुवार को सचिव राजभाषा गृह मंत्रालय सुमीत जैरथ की अध्यक्षता में सीआईएल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सीआईएल मुख्यालय कोलकाता में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर सचिव राजभाषा गृह मंत्रालय सुमीत जैरथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी एवं गृह मंत्री जी अपने सम्बोधनों में अधिकाधिक हिंदी का प्रयोग करते हैं, जो कि हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं। राजभाषा हिंदी के समुचित विकास हेतु बारह प्रकार – प्रेरणा, प्रोत्साहन, प्रेम, पुरस्कार, प्रशिक्षण, प्रयोग, प्रचार, प्रसार, प्रबंधन, प्रमोशन, प्रतिबद्धता, प्रयास पर आधारित रणनीति पर कार्य करें।
उन्होंने इस 12 प्रकार के प्रयोग पर विस्तृत रूप से चर्चा भी की और इसका प्रयोग कैसे सुनिश्चित किया जाए इस पर अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने आगे कहा भाषा का उद्धेश्य प्रभावित करना नहीं बल्कि प्रभावी सम्प्रेषण होना चाहिए, साथ ही सरल, सुगम हिंदी को अपनाते हुए अपने कार्यालयीन कार्यों में अधिकाधिक हिंदी का प्रयोग करना चाहिए।
प्रमोद अग्रवाल चेयरमेन सीआईएल, एस.एन. तिवारी निदेशक (विपणन) सीआईएल, विनय रंजन निदेशक (कार्मिक एवं औद्योकि संबंध) सीआईएल तथा राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के राजेश श्रीवास्तव उप निदेशक (तकनीकी) सुनील कुमार लोका, उप निदेशक (प्रशिक्षण) निर्मल कुमार दुबे, सहायक निदेशक (पूर्व) विक्रम सिंह, हिंदी प्राध्यापक एवं सीआईएल के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सीआईएल के अनुषंगी कंपनियों के शीर्ष नेतृत्व भी इस बैठक में जुड़े।
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