सीआईएल और अनुषांगिक कंपनियों के कोयला कामगार बेहतर वेतनवृद्धि की आस लगाए बैठे हैं। जेबीसीसीआई की दूसरी बैठक कब होगी, यह तय नहीं हैं। पहली बैठक में नेशनल कोल वेज एग्रीमेंट- 11 को लेकर कोई बात नहीं हो सकी थी। माना जा रहा है कि द्वितीय बैठक में वेतन समझौते को लेकर वार्तालाप शुरू होगी।
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सीटू नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य डीडी रामानंदन ने industrialpunch.com को बताया कि नवम्बर में निश्चित रूप से बैठक होगी और वेतन समझौते के मुद्दे पर चर्चा शुरू की जाएगी। श्री रामानंदन ने कहा कि एक अच्छा वेतन समझौता करवाया जाएगा। उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि इसके लिए सभी यूनियन एवं कामगारों को भी एकता बनाए रखनी होगी।
सीटू नेता ने कहा कि बहुत सोच समझकर 50 फीसदी वेतन वृद्धि की मांग रखी गई है। वेतन समझौता पांच वर्षों के लिए होता है। आने वाले पांच सालों में सीआईएल ने कोयला उत्पादन का लक्ष्य दोगुना रखा है। वर्ष 2023- 24 तक 1149 मिलियन टन और 2025- 2026 तक 1400 मिलियन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य तय किया गया है। जबकि इस दौरान पूरे कोल इंडिया में 59 हजार 287 कामगार सेवानिवृत्त हो जाएंगे। कंपनी एम्प्लाइज बेनिफिट व्यय घटेगा। इस साल इसमें 600 करोड़ रुपए की कमी आई है।
कंपनी का निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से अनुमानित मुनाफा एक लाख 29 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। यूनियन ने 50 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी की ही मांग रखी है, जबकि उत्पादन लक्ष्य दोगुना होने जा रहा है।
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