कोरबा, 01 अगस्त। एसईसीएल (SECL) कुसमुंडा के महाप्रबंधक राजीव सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (अपेक्स) ने सीआईएल चेयरमैन को पत्र लिखा है। CMOAI ने GM कुसमुंडा के उस कार्यालय आदेश की निंदा की है, जिसमें सहायक प्रबंधक (माइनिंग) जितेन्द्र नागरवार को ही मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
इसे भी पढ़ें : एसईसीएल कुसमुंडा GM ने सहायक प्रबंधक जितेन्द्र नागरकर को ही मौत का जिम्मेदार ठहराया
CMOAI के अध्यक्ष डीएन सिंह एवं महासचिव सर्वेश सिंह द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि जीएम कुसमंडा द्वारा जारी आदेश में आरोप लगाया गया है कि स्वर्गीय जितेंद्र नागरकर, सहायक प्रबंधक (खनन), 27 जुलाई, 2024 को घटना के दौरान अपने मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे थे, वास्तविक तथ्यों को छिपाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से जल्दबाजी में जारी किया गया प्रतीत होता है। सीआईएल चेयरमैन को लिखे पत्र में यह कहा गया है :
- हमारे पास पुख्ता सबूत हैं, जिसमें वीडियो फुटेज भी शामिल है, जिसमें साफ तौर पर दिखाया गया है कि स्वर्गीय जितेंद्र नागरकर कुछ अन्य लोगों के साथ घटनास्थल पर मौजूद थे और कार्यालय आदेश में बताए गए अनुसार अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर रहे थे।
- ये सबूत इस बात को उजागर करते हैं कि स्वर्गीय जितेंद्र नागरकर अपने पेशेवर कर्तव्यों में लगे हुए थे और उस दिन खराब मौसम के बावजूद अपने काम के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
- इसके अलावा, यह ध्यान रखना जरूरी है कि कुसमुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक ने बिना उचित जांच किए बगैर बयान जारी किया गया, जबकि घटना की जांच अभी भी चल रही थी।
- इस तरह के समय से पहले और निराधार दावे न केवल वास्तविक तथ्यों और मानसून से पहले की सावधानियों जैसे तकनीकी मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं, बल्कि डीजीएमएस अधिकारियों की चल रही जांच की विश्वसनीयता को भी कमज़ोर करते हैं। यह आचरण स्वर्गीय जितेंद्र नागरकर की स्मृति और समग्र रूप से कार्यकारी समुदाय के लिए बहुत अपमानजनक है।
- कार्यालय आदेश में दिए गए बयान में पुष्ट साक्ष्यों का अभाव है और ऐसा लगता है कि इसका उद्देश्य घटना के मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाना है।
- स्वर्गीय जितेन्द्र नागरकर की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु को असत्यापित दावों के आधार पर न मानकर संवेदनशीलता और गहन जांच के साथ संबोधित किया जाना चाहिए, जिससे मृतक के परिवार को मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
- सीएमओएआई के प्रतिनिधियों के रूप में, हम ऐसे किसी भी कार्य का दृढ़ता से विरोध करते हैं जो हमारे सदस्यों की प्रतिष्ठा को अनुचित रूप से नुकसान पहुंचाता है।
- पिछले छह महीनों में CIL की विभिन्न सहायक कंपनियों में लगातार खदान दुर्घटनाएं हुईं हैं, जिनमें ऐसे अधिकारी शामिल हैं जो दैनिक खदान संचालन में मुख्य सदस्य हैं, जो सुरक्षा तंत्र की विफल प्रणाली की खतरनाक प्रवृत्ति को दर्शाता है, जिसके लिए सीआईएल द्वारा गठित CMOAI (Apex) सदस्यों के प्रतिनिधित्व वाली अधिकार प्राप्त समिति के गठन के साथ तत्काल सुधार की आवश्यकता है।
इसे भी पढ़ें : थू- थू हुई तो 48 घण्टे बाद एसईसीएल कुसमुंडा GM ने आदेश लिया वापस, जितेन्द्र नागरकर की मौत से जुड़ा मामला
CMOAI ने चेयरमैन से मांग की है, इन निराधार बयानों के लिए जिम्मेदार कुसमुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए संबंधित को सलाह दें ताकि संगठन की अखंडता को बनाए रखा जा सके और भविष्य में इस तरह के निराधार आरोपों को रोका जा सके। इस तरह की कार्रवाई उन लोगों के लिए एक आंख खोलने वाली होनी चाहिए जो इस तरह की गतिविधियों का सहारा लेते हैं।