गुरुवार को पूरे 11 माह बाद कोयला खान भविष्य निधि के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक हुई। इस मीटिग में प्रति टन कोयले पर कंपनी 10 रुपये वॉलेंटियरी कंट्रीब्यूशन के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है। इसके आलावा और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। यहां बताना होगा कि कोल इंडिया बोर्ड ने कोयला खान भविष्य निधि पेंशन फंड को मजबूत करने प्रति टन कोयले पर कंपनी 10 रुपये वॉलेंटियरी कंट्रीब्यूशन वसूल करने अपनी सहमति दी थी। इसको लेकर लंबे समय से मंथन किया जा रहा था।
बोर्ड क सहमति के बाद इस प्रस्ताव को कोयला खान भविष्य निधि के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के समक्ष रखा गया। सदस्यों ने इस पर अपनी मुहर लगा दी। यह राशि सीधे सीएमपीएफ पेंशन मद में जमा होगी। इस प्रस्ताव को मंजूर किए जाने के बाद कोल इंडिया से सीएमपीएफ के खाते में अब सालाना करीब 600 करोड़ रुपये अतिरिक्त जमा होंगे। वैसे यह कोयला उत्पादन और डिस्पैच पर भी निर्भर होगा। अगर कोल इंडिया के डिस्पैच में बढ़ोतरी होती है तो यह राशि बढ़ेगी और अगर डिस्पैच में कमी आएगी तो राशि में भी कमी आएगी। कोल इंडिया मौजूदा समय में 602 मिलियन टन कोयला उत्पादन और डिस्पैच करती है।
सीएमपीएफ से अभी जुड़े हैं करीब छह लाख पेंशन भोगी
कोयला खान भविष्य निधि संगठन में मौजूदा समय में पेंशनरों की संख्या 5 लाख 92000 है। इन्हें 73 रुपय से लेकर 42000 रुपयेे तक प्रतिमाह पेंशन भुगतान होता है। इस मद में हर महीने करीब 200 करोड़ की राशि की निकासी होती है।