कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कामगारों को 50 प्रतिशत वेतनवृद्धि देने में असमर्थता जाहिर की है। श्री अग्रवाल ने कंपनी के समक्ष वित्तीय दिक्कतों का हवाला दिया है।

हिंद मजदूर सभा के नेता नाथूलाल पांडेय ने बुधवार को सीआईएल चेयरमैन के साथ बैठक की थी। कर्मचारियों की वेतनवृद्धि सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।

चर्चा के दौरान सीआईएल चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि 50 फीसदी वेतनवृद्धि संभव नहीं है। प्रबंधन 10 प्रतिशत की भी वेतनवृद्धि करता है तो इससे कंपनी पर 5000 करोड़ रुपए का वित्तीय भार पड़ेगा।

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यहां बताना होगा कि नेशनल कोल वेज एग्रीमेंट-11 के लिए गठित जेबीसीसीआई के माध्यम से वेतन समझौते पर चर्चा होती है।

जेबीसीसीआई की पहली बैठक हो चुकी है। दूसरी बैठक सितंबर में संभावित है। यूनियन ने संयुक्त रूप से चार्टर ऑफ डिमांड सौंप रखा है। इसमें 50 प्रतिशत वेतनवृद्धि भी सम्मिलित है। वेतन समझौते को लेकर अभी जेबीसीसीआई की कई बैठके होंगी।

इधर, सीआईएल प्रबंधन ने 50 फीसदी वेतनवृद्धि के मुद्दे पर पहले ही पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया है।

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