बिलासपुर, 20 जुलाई। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने एसईसीएल की खदानों के दौरे के दौरान सुरक्षा नियमों को ठेंगा दिखाया है। इस दौरान उन्होंने कोल माइन रेग्यूलेशन- 2017 (CMR) में निहित नियमों का पालन नहीं किया।

बुधवार को कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट गेवरा एवं दीपका के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने खदान क्षेत्र के अलग- अलग पैचों में चल रही उत्पादन गतिविधियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान की जो तस्वीरें जारी की गईं हैं, इसमें सीआईएल चेयरमैन ने हेलमेट धारण नहीं किया है। सीएमडी एवं अन्य ने भी हेलमेट धारण नहीं किया है।

कोल माइन रेग्यूलेशन- 2017 (Coal Mines Regulation,2017) में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (personal protective equipment) का उल्लेख है। इसके तहत खदान में कार्य अथवा भ्रमण के दौरान हेलमेट और सेफ्टी बूट धारण करना अनिवार्य है।

ओपनकास्ट और अंडरग्राउंड माइंस, दोनों के लिए नियम बने हुए हैं। व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण धारण करवाने की जवाबदारी खान प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी की होती है।

11 जुलाई को रेलवे के बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ वीके त्रिपाठी का आगमन एसईसीएल के गेवरा, दीपका क्षेत्र में हुआ था। इस दौरान उन्होंने कोल साइडिंग आदि क्षेत्रों का दौरा किया था, उन्होंने भी हेलमेट धारण नहीं किया था।

एसईसीएल कंपनी सेफ्टी बोर्ड के सदस्य संजय सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि चाहे कामगार हो अधिकारी या फिर खदान का भ्रमण करने पहुंचे कोई अन्य गणमान्य व्यक्ति हो, सभी को सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। खदान अवलोकन के समय अनिवार्य रूप से हेलमेट धारण करना चाहिए।

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