कोलकोता, 7 मई। कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) ने वित्त वर्ष 2022- 23 की चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 18 फीसदी घटकर 5,528 करोड़ रुपए पर आ गया है। कंपनी ने बताया कि NCWA-11 के तहत कर्मचारियों के वेतन संशोधन के लिए प्रावधान करने की वजह से कंपनी के मुनाफे में गिरावट आई है। हालांकि, पूरे वित्तीय वर्ष 23 में कंपनी के मुनाफे में 62 फीसदी का उछाल देखने को मिला है और यह 28,125 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। जबकि वित्तीय वर्ष 22 में कंपनी को 17,378 करोड़ रुपएका मुनाफा हुआ था।
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जानें तिमाही के नतीजे
वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का राजस्व 38,152 करोड़ रुपए रहा. जी कि वित्तीय वर्ष 22 की समान तिमाही में 32,709 करोड़ रुपये था। इस लिहाज से राजस्व में सालाना आधार पर 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का कोयला उत्पादन मार्च, 2023 की तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 22.41 करोड़ टन रहा. जबकि मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही में यह 18.02 करोड़ टन रहा था।
चौथी तिमाही में कंपनी की बिक्री पिछले वर्ष की समान अवधि के 29,985.45 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,161.44 करोड़ रुपये रही।
प्रति शेयर 4 रुपये डिविडेंड
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज 7 मई, की बैठक में अपने शेयरहोल्डर्स के लिए प्रति शेयर 4 रुपये के फाइनल डिविडेंड का ऐलान भी किया है। इसके पहले कंपनी दो बार प्रति शेयर 20.25 रुपये के कुल डिविडेंड का भुगतान कर चुकी है। कंपनी ने इससे पहले 15 रुपये प्रति शेयर और 525 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया था।
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कंपनी ने कहा कि नॉन एग्जीक्यूटिव मैनपावर के वेतन में एक जुलाई 2021 में संशोधन नहीं हुआ और यूनियनों के साथ एक वेतन समझोते को अंतिम रूप देने के लिए तिमाही में 5,870.16 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसकी तुलना में जनवरी मार्च 2022 में 475.28 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में कोल इंडिया ने 8,152.75 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 1,080 97 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।