नई दिल्ली, 06 अप्रेल। केन्द्र सरकार का खजाना भरने में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (CPSU) में कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) टॉप पर है। सीआईएल ने खत्म हुए वित्तीय वर्ष 2024- 25 में 10,252.09 करोड़ रुपए का लाभांश दिया है।

इसे भी पढ़ें : कोल इंडिया पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन सीआईएल चेयरमैन से मिला, पेंशन वृद्धि पर की चर्चा

यहां बताना होगा कि कोल इंडिया लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कंपनी है। सीआईएल ने वित्तीय वर्ष 2024- 25 में 781.06 मिलियिन टन (MT) कोयल उत्पादन किया है।

केन्द्र सरकार को वित्तीय वर्ष 2024- 25 में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों से 74,016.68 करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त हुआ है। केन्द्र सरकार को 2023- 24 में 63,749.29 करोड़ रुपए का लाभांश मिला था। इसमें 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।

लाभांश देने के मामले में कोल इंडिया के बाद दूसरे स्थान पर राज्य के स्वामित्व वाली तेल और गैस की दिग्गज कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) है। ONGC ने 10,001.97 करोड़ रुपए का डिविडेंड दिया है। भारत की शीर्ष ईंधन खुदरा विक्रेता कंपनी इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने 5,090.54 करोड़ रुपए, पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) और एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC) ने क्रमशः 4,824.59 करोड़ रुपए और 4,088.16 करोड़ रुपए का योगदान दिया है।

इसे भी पढ़ें : देश के कोयला उत्पादन ने 1047 मिलियन टन का आंकड़ा किया पार

पिछले एक दशक में CPSU से लाभांश संग्रह में वृद्धि का देखने को मिली है। 2021- 22 में सरकार को सीपीएसयू से 59,294 करोड़ रुपए मिले थे। 2022- 23 में 59,533 करोड़ रुपए की मामूली वृद्धि हुई थी, लेकिन 2023- 24 में यह आंकड़ा बढ़कर 63,749.29 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था।

 

  • Website Designing