वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में कोयला उत्पादन करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 0.8% की मामूली कमी आई है। Q4 में कोल इंडिया का नेट प्रॉफिट 4,588.96 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 4,655.76 करोड़ रुपये रहा था।

मार्च तिमाही के नतीजे जारी करते हुए कोल इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने FY21 के लिए 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर पर प्रति शेयर 3.5 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की घोषणा की है। यानी कंपनी FY21 में कुल 16 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देगी।

आपको बता दें कि इससे पहले कंपनी ने 11 नंवबर 2020 को 7.50 रुपये प्रति शेयर इंटरिम डिविडेंड देने की घोषणा की थी। वहीं, 5 मार्च 2021 को 5 रुपये प्रति शेयर इंटरिम डिविडेंड की घोषणा की थी। जबकि कंपनी ने FY20 में प्रति शेयर 12 रुपये डिविडेंड दिया था।

मार्च तिमाही में कोल इंडिया का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 3.1% कम हो गया। Q4 में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 26,700 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 27,568 करोड़ रुपये था। कंपनी का टोटल रेवेन्यू मार्च तिमाही में 27,974.12 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह 29,820.97 करोड़ रुपये रहा था।

कंपनी का कंसोलिडेटेड सेल्स मार्च तिमाही में गिरकर 29,820.97 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की समान अवधि में 25,597.43 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, Q4 में कंपनी के खर्च में कमी आई और यह 21,565.15 करोड़ रुपये रहा जो FY20 के Q4 में 22,373.046 करोड़ रुपये रहा था।

उत्पादन की बात करें तो FY21 के Q4 में कंपनी का कोयला उत्पादन सालाना आधार पर घटकर 203.42 मिलियन टन रहा, जबकि पिछले साल यह 213.71 मिलियन टन रहा था। वहीं, तिमाही आधार पर कोयला उत्पादन बढ़ा है। दिसंबर तिमाही में कंपनी का कोयला उत्पादन 164.89 मिलियन टन रहा था।

FY21 में कंपनी का कुल कैपिटल एक्सपेंडिचर 13,115 करोड़ रुपये का रहा, यानी पिछले साल के मुकाबले इसके Capex में 109% की बढ़ोतरी हुई। FY20 में Capex 6270 करोड़ रुपये रहा था। शेयर बाजार में आज कोल इंडिया के शेयर 2.12% गिरकर 159.20 रुपये पर बंद हुए।

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