नई दिल्ली, 19 सितम्बर। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की 60वीं सेफ्टी बोर्ड (Safety Board) की बैठक कोलकामा स्थित मुख्यालय में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन पीएम प्रसाद ने की।
बैठक के दौरान बताया गया कि कोयला खदानों में 73.68 फीसदी ठेका श्रमिक फैटल एक्सीडेंट के दायरे में आए हैं। ठेका कामगारों को कार्यशालाओं के माध्यम से सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें पर्याप्त प्रशिक्षण देने पर सहमति बनी है। बैठक में यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि बढ़ते उत्पादन के साथ सुरक्षा उपायों को बढ़ाना चाहिए। सीआईएल में रिक्त स्टेच्यूरी पदों को भरने पर भी चर्चा हुई। जिन भूमिगत खदानों में स्टीम वाइनंडर हैं उसे इलेक्ट्रिकल में तब्दील किया जाएगा।
सीआईएल के ओसीएम का विस्तार भूमि के अभाव में नहीं हो पा रहा है। इस पर यह चर्चा हुई कि भू मालिकों से बेहतर सबंध बनाए जाएं एवं आर एंड आर नीति में बदलाव किया जाए। खनन कार्यों में सुरक्षा से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में उज्ज्वल ताह, खान सुरक्षा महानिदेशक, हमारे निदेशक (पी एंड आईआर), विनय रंजन, निदेशक (वित्त), मुकेश अग्रवाल, पी.एस. मिश्रा, सीएमडी, एसईसीएल, समीरन दत्ता, सीएमडी ईसीएल/बीसीसीएल, एन.के. सिंह, सीएमडी सीसीएल, बी. साईराम, सीएमडी एनसीएल, जे.पी. द्विवेदी, सीएमडी डब्ल्यूसीएल, उदय काओले, सीएमडी एमसीएल और ट्रेड यूनियनों, संघों के प्रतिनिधि, सुरक्षा बोर्ड के सदस्य और सीआईएल और डीजीएमएस के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए। मनोज कुमार, सीएमडी, सीएमपीडीआई ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में भाग लिया।