सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसकी खदानों के पास अभी 4.3 करोड़ टन कोयला भंडार है, जो चालू वित्त वर्ष के अंत तक और बढ़ जाएगा।
इससे कंपनी गर्मियों में कोयले की मांग को पूरा करने के लिए कमर कस सकेगी। कोयले के कुल घरेलू उत्पादन में 80 फीसदी से अधिक योगदान कोल इंडिया लिमिटेड का रहता है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि सीआईएल की खदानों के पास अभी 4.3 करोड़ टन कोयला भंडार है जो चालू वित्त वर्ष के अंत तक और बढ़ जाएगा।
सीआईएल की ओर से ऊर्जा क्षेत्र को ईंधन की आपूर्ति गुरुवार को चालू वित्त वर्ष में 49.3 करोड़ टन के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। इससे पहले आपूर्ति का सर्वाधिक 49.15 करोड़ टन का स्तर 2018-19 में था।
कोयला कंपनी ने एक बयान में कहा कि चालू वित्त वर्ष समाप्त होने में अभी कई दिन बाकी हैं, ऐसे में वह इस लक्ष्य को हासिल कर सकती है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से फरवरी की अवधि के दौरान सीआईएल ने, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में ऊर्जा क्षेत्र को 9 करोड़ टन अतिरिक्त कोयले की आपूर्ति की।
फरवरी 2022 तक सीआईएल ने ऊर्जा क्षेत्र को 48.8 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की जो एक वर्ष पहले की 39.8 करोड़ टन की आपूर्ति की तुलना में 23 फीसदी अधिक है।
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