नई दिल्ली, 28 अगस्त। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने अपने दो थर्मल पॉवर प्लांट की कमिशनिंग वित्तीय वर्ष 2029 तक करने की योजना बनाई है। 660 मेगावाट (MW) क्षमता वाला एक पॉवर प्लांट मध्य प्रदेश के चचई में तथा 1600 मेगावाट क्षमता वाला दूसरा विद्युत संयंत्र ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में स्थापित होगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राज्य के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ओडिशा और मध्य प्रदेश में कुल 21,547 करोड़ रुपये के निवेश के साथ दो थर्मल प्लांट स्थापित किए जाएंगे।
चचई में स्थापित होने वाला संयंत्र मध्य प्रदेश सरकार के साथ संयुक्त उद्यम होगा। 5,600 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से संयंत्र की स्थापना होगा। यह परियोजना अनुमोदन के उन्नत चरण में है। सीआईएल की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) और मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम में कार्यान्वित होने वाली परियोजना में इक्विटी के रूप में 857 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक परियोजना पर काम शुरू होने और 2028 तक पूरा होने की संभावना है।
दूसरी ओर महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) ने पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में महानदी बेसिन पावर लिमिटेड की स्थापना की है। एमसीएल भी सीआईएल की सहायक कंपनी है। कंपनी ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में अपनी बसुंधरा खदानों के पास 1600 मेगावाट क्षमता का पिटहेड पावर प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है। परियोजना की अनुमानित लागत 15,947 करोड़ रुपये है। परियोजना पर काम अगले साल के मध्य तक शुरू होने और 2028 तक पूरा होने की संभावना है।