नागपुर, 13 अक्टूबर। गुरुवार को कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के मुख्यालय पहुंचे। यहां आयोजित वर्चुअल समारोह में उन्होंने वेकोलि पेंच क्षेत्र के बाल गंगाधर तिलक इको पार्क, झुर्रे, का उद्घाटन किया।
उन्होंने इको पार्क के निर्माण को सकारात्मक पहल बताते हुए वेकोलि द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए कार्यों की प्रशंसा की। इस दौरान वेकोलि की संचालन समिति एवं कल्याण मंडल के सदस्यों की विशेष उपस्थिति रही।
समारोह के बाद कोयला मंत्री ने वेकोलि की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने वेकोलि के उत्पादन, उत्पादकता एवं कोयला प्रेषण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। समीक्षा बैठक में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने वेकोलि में कोयला खनन के स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।
सीएमडी ने कोयला मंत्री को इस वित्तीय वर्ष के प्रथम एवं द्वितीय तिमाही में किए गए कोयला उत्पादन, प्रेषण आदि से अवगत कराते हुए आश्वस्त किया की वर्ष के अंत तक कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि देश की कोयला आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए यह आवश्यक है कि कोल इंडिया लिमिटेड की सभी अनुषंगी कंपनियां अपना वार्षिक लक्ष्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि देश को कोयला क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से वर्तमान खनन कार्य को सुदृढ बनाना एवं नए प्रोजेक्ट शुरू करना आवश्यक है। इस दिशा में उन्होंने कोयला मंत्रालय की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने वेकोलि में भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण एवं फॉरेस्ट क्लीयरेंस, नई तकनीक का इस्तेमाल आदि बिन्दुओं पर तेजी से कार्य करने को कहा। उन्होंने देश की कोयला आवश्यकताओं की पूर्ति में वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड के योगदान को महत्वपूर्ण बताया।
समीक्षा बैठक में कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव वीके तिवारी, कोयला मंत्री के निज सचिव होना रेड्डी, वेकोलि के निदेशक (कार्मिक) डॉ संजय कुमार, निदेशक तकनीकी (संचालन) जेपी द्विवेदी, निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना) एके सिंह, मुख्य सतर्कता अधिकारी मुकेश कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय महाप्रबंधक तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।
समीक्षा बैठक के उपरांत कोयला मंत्री कंपनी के संचालन समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में कोयला उत्पादन में कर्मियों की सहभागिता, कोयला क्षेत्र की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य में किए जाने वाले कार्यों आदि के विषय में विस्तार से चर्चा हुई।