केन्द्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी (Coal Minister G Kishan Reddy) ने Linked In में अपनी पोस्ट में लिखा है कि कोल कंपनियों के 4.3 लाख से अधिक कर्मचारी सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में काम कर रहे हैं। पढ़ें कोयला मंत्री की पोस्ट :
भारत की ऊर्जा सुरक्षा कोयला क्षेत्र द्वारा संचालित है, और हर रिकॉर्ड-तोड़ उत्पादन मील के पत्थर के पीछे हमारे कर्मचारियों का समर्पण है। कोयला मंत्रालय के लिए, उनकी सुरक्षा और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यह हमारे लिए मार्गदर्शक सिद्धांत रहा है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि 3 प्रमुख कोयला कंपनियों, कोल इंडिया लिमिटेड (CIL), सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL), और NLC इंडिया लिमिटेड (NLCIL) में 4.3 लाख से अधिक कर्मचारी सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में काम करते हैं।
अनुपालन से परे, हमने सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है:
सुरक्षा पहले: जोखिम आकलन, वास्तविक समय की निगरानी, और निकटता चेतावनी उपकरण, GPS-आधारित प्रेषण प्रणाली और आग का पता लगाने वाली प्रणाली जैसी अत्याधुनिक तकनीकें दुर्घटना की रोकथाम सुनिश्चित करती हैं।
स्वास्थ्य को प्राथमिकता: अस्पतालों का एक विशाल नेटवर्क, नियमित स्वास्थ्य जांच और जलवायु प्रभाव जागरूकता अभियान हमारे खनिकों को स्वस्थ और लचीला बनाए रखते हैं।
परिणाम: हाल के वर्षों में कोयला श्रमिकों में निमोनिया या सिलिकोसिस का कोई मामला सामने नहीं आया है – जो खनिक कल्याण के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।