कोयला मंत्री ने संसद को निजी कंपनियों की खानों में कोयला उत्पादन लागत को बताने से किया इनकार

बुधवार, 15 दिसम्बर को लोकसभा मेंं सीआईएल की अनुषांगिक तथा निजी कंपनियों की कोयला उत्पादन लागत को लेकर सवाल पूछा गया। यह भी पूछा गया कि उत्पादन लागत में अंतर का कारण क्या है?

नई दिल्ली, 15 दिसम्बर। देश में सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के अलावा निजी कोयला खदानों का भी परिचालन होता है। कोयला मंत्रालय ने वाणिज्यिक खनन की नीति के तहत कई कोयला खानों को नीलामी के जरिए निजी कंपनियों को आबंटित किया है।

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इधर, बुधवार, 15 दिसम्बर को लोकसभा मेंं सीआईएल की अनुषांगिक तथा निजी कंपनियों की कोयला उत्पादन लागत को लेकर सवाल पूछा गया। यह भी पूछा गया कि उत्पादन लागत में अंतर का कारण क्या है?

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इस सवाल के जवाब में केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि सीआईएल की अनुषांगिक कंपनियों में उत्पादन की औसत लागत 1310.88 प्रति टन है। कोयला मंत्री ने निजी कंपनियों के कोयला खानों में उत्पादन लागत को लेकर कहा कि, इस संबंध में सूचना शेयर करना अनिवार्य नहीं है।

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