नई दिल्ली, 18 अगस्त। कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) ने डायवर्सिफिकेशन (Diversification) के तहत विद्युत उत्पादन (Power Production) के क्षेत्र में कदम बढ़ाया है। सीआईएल (CIL) की कार्ययोजना के अनुसार वर्ष तक 2028- 29 तक 16,129 मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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7,160 मेगावाट बिजली थर्मल पॉवर प्लांट्स तथा 8,969 मेगावाट बिजली सोलर पॉवर प्लांट्स के माध्यम से उत्पादित की जाएगी। सीआईएल ने चालू वित्तीय वर्ष में थर्मल पॉवर प्लांट्स के जरिए 1980 मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा है। 2018- 29 तक 5,180 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस तरह से सीआईएल की थर्मल पॉवर प्लांट्स से बिजली उत्पादन की क्षमता 7,160 मेगावाट हो जाएगी।
यहां स्थापित हो रहा थर्मल पॉवर प्लांट
यहां बताना होगा कि सीआईएल की अनुषांगिक कंपनी एसईसीएल (SECL) और एमपीपीजीसीएल के संयुक्त उद्यम से मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के चचाई में अमरकंटक ताप बिजली स्टेशन पर 660 मेगावाट क्षमता वाला सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित हो रहा है। परियोजना की अनुमानित लगात 5,600 करोड़ रुपए है।
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इसी तरह महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL)की सहायक कंपनी महानदी बेसिन पॉवर लिमिटेड द्वारा ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में 1,600 मेगावाट क्षमता सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट प्रस्तावित किया गया है। इस प्रोजेक्ट की लागत 15,947 करोड़ रुपए अनुमानित है।
कोयला के अधीन आने वाली कंपनी एनएलसी द्वारा राजस्थान के तालाबीरा थर्मल पावर प्लांट (एनटीटीपीपी) के निर्माण की आधारशिला रखी गई है। इस संयंत्र की क्षमता 2,400 मेगावाट होगी।
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8,969 MW क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट्स की स्थापना
कोयला मंत्रालय द्वारा 2028- 29 तक 8,969 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट्स की स्थापना की जाएगी। 2023- 24 में 1,461 मेगावाट क्षमता के सोलर पॉवर प्लांट्स स्थापित किए जा चुके हैं।
देखें वर्षवार सोलर पॉवर प्लांट्स से बिजली उत्पादन का लक्ष्य ( MW में ) :
- 2024- 25 : 729
- 2025- 26 : 1765
- 2026- 27 : 2160
- 2027- 28 : 2065
- 2028- 29 : 2250