देश में मार्च, 2023 के दौरान कोयला उत्पादन मार्च 2022 की तुलना में 96.26 मीट्रिक टन से 12.03 प्रतिशत बढ़कर 107.84 मीट्रिक टन हो गया है। कोयला मंत्रालय के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2023 के दौरान, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने 4.06 प्रतिशत, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) ने 8.53 प्रतिशत और कैप्टिव खदानों/अन्य ने 81.35 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
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देश की शीर्ष 37 कोयला उत्पादक खदानों में से 29 खदानों ने 100 प्रतिशत से अधिक उत्पादन किया और अन्य छह खदानों का उत्पादन 80 से 100 प्रतिशत के बीच रहा।
वहीं, मार्च 2022 की तुलना में मार्च 2023 के दौरान कोयले की पहुँच 7.49 प्रतिशत बढ़कर 83.18 मीट्रिक टन हो गई, जो मार्च 2022 के दौरान 77.38 मीट्रिक टन थी। मार्च 2023 के दौरान, कोल इंडिया लिमिटेड ने 64.15 मीट्रिक टन, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड ने 6.70 मीट्रिक टन और कैप्टिव खदानों/अन्य खदानों ने 12.32 मीट्रिक टन कोयला पहुंचा कर 3.40 प्रतिशत, 12.61 प्रतिशत और 31.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
मार्च 2022 में 65.51 मीट्रिक टन की तुलना में मार्च 2023 के दौरान विद्युत उपभोग की पहुँच 4.36 प्रतिशत बढ़कर 68.36 मीट्रिक टन हो गई है।
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कोयला आधारित बिजली उत्पादन ने मार्च 2022 की तुलना में मार्च 2023 में 5.70 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और मार्च 2023 में समग्र बिजली उत्पादन मार्च 2022 में उत्पन्न बिजली की तुलना में 4.59 प्रतिशत अधिक रहा है। इसके अलावा, फरवरी 2023 में 128026 मिलियन यूनिट से मार्च 2023 में कुल बिजली उत्पादन बढ़कर 139718 मिलियन यूनिट हो गया है, जिसमें 9.13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।