नागपुर, 15 फरवरी। कोयला मंत्रालय के सचिव डा. अनिल कुमार जैन वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों का दौरान किया और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
इस दौरान डा. जैन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 तक कोयला उपभोक्ताओं को बिजली उत्पादन के लिए कोयले के आयात की आवश्यकता नहीं होगी। उनकी जरूरतों की पूर्ति देश के उत्पादित कोयले से करने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।
कोयला सचिव ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में कोल इंडिया 700 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल करेगा।
यहां बताना होगा कि चालू वित्तीय वर्ष में कोल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन लक्ष्य 670 मिलियन टन निर्धारित है। कोयला मंत्रालय ने 2024 तक देश में एक बिलियन टन कोयला उत्पादन करने का टारगेट सेट किया है।
इसी तरह मंत्रालय का जोर विदेशों से कोयला आयात को शून्य तक पहुंचाने पर है। हालांकि कोयला मंत्रालय को इसमें बहुत अधिक सफलता नहीं मिली है।
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