वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों (ICI) (आधार वर्ष 2011-12) के सूचकांक के अनुसार जनवरी 2024 के महीने में कोयला क्षेत्र (Coal sector) ने आठ प्रमुख उद्योगों में से 10.2 प्रतिशत (अनंतिम) की उच्चतम वृदि्ध हासिल की है। कोयला उद्योग का सूचकांक जनवरी 24 के दौरान 218.9 अंक तक पहुंच गया है जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 198.6 अंक था। अप्रैल से जनवरी, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.2 प्रतिशत बढ़ गया है।
आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात के संयुक्त और व्यक्तिगत उत्पादन प्रदर्शन को मापता है।
आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में जनवरी 2024 में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.6 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो समग्र औद्योगिक विस्तार में कोयला क्षेत्र के पर्याप्त योगदान को दर्शाता है। कोयला उद्योग ने लगातार अपने समकक्षों से बेहतर प्रदर्शन किया है। कोयला उद्योग ने पिछले सात महीनों में निरंतर दोहरे अंकों की वृद्धि का प्रदर्शन किया है और पिछले दो वित्तीय वर्षों में आठ प्रमुख उद्योगों की समग्र वृद्धि की तुलना में काफी अधिक वृद्धि हुई है।
इस उल्लेखनीय वृद्धि के पीछे की प्रेरक शक्ति जनवरी 2024 के दौरान कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि को माना जा सकता है, जिसका उत्पादन प्रभावशाली 99.73 मिलियन टन तक पहुंच गया है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.20 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। उत्पादन में यह वृद्धि ऊर्जा और विनिर्माण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कोयला क्षेत्र की क्षमता को दर्शाता है।
कोयला क्षेत्र का यह असाधारण विस्तार, आठ प्रमुख उद्योगों के समग्र विकास को गति देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के साथ मिलकर, कोयला मंत्रालय के अनवरत प्रयासों और सक्रिय पहल का प्रमाण है। मंत्रालय के ये प्रयास “आत्मनिर्भर भारत” के विज़न के अनुरूप हैं और आत्मनिर्भरता तथा ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में देश की प्रगति में योगदान करते हैं।