सोमवार को कोयला कामगारों का सालाना बोनस पीएलआरएस सीआईएल प्रबंधन और जेबीसीसीआई मानकीकरण कमेटी की हुई बैठक में निर्धारित किया गया। इस साल कर्मचारियों को 72 हजार 500 रुपए बोनस के तौर पर मिलेंगे। कोल इंडिया एवं अनुषांगिक कंपनियों सहित सिंगरेनी कॉलरिज कंपनी लिमिटेड (SCCL) के दो लाख 84 हजार से ज्यादा कामगारों को इसका लाभ मिलेगा।
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एचएमएस नेता नाथूलाल पांडेय ने बताया कि प्रबंधन 72, 500 रुपए देने पर राजी हुआ है। अभा खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर घुरडे ने बताया कि प्रबंधन ने तो 65 हजार रुपए देने की बात कही, लेकिन यूनियन ने 92 हजार मांगा। लंबी चर्चा के बाद 72,500 रुपए देने पर सहमति बनी।
बताया गया है कि 11 अक्टूबर को कामगारों के खातों में बोनस की राशि पहुंच जाएगी।
बैठक में सीआईएल निदेशक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध) विनय रंजन सहित अन्य अधिकारी तथा एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, एसके पांडेय, बीएमएस से सुरेन्द्र कुमार पांडेय, सुधीर घुरडे, एटक से रामेन्द्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन सम्मिलित हुए।
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2020 में कोयला कामगारों को 68,500 रुपए बोनस के तौर पर दिए गए थे। यह रकम 2019 के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक थी। 2019 में 64,700 रुपए का बोनस मिला था।
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