कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) ने वाणिज्यिक खनन (Commercial Mining) के लिए कोयला खदानों की नीलामी 15 नवंबर, 2023 को 8वें दौर और 20 दिसंबर, 2023 को 9वें दौर के तहत शुरू की थी। सप्ताह के दौरान आयोजित की गई अग्रिम नीलामी में, कुल 13 कोयला खदानों की सफलतापूर्वक नीलामी की गई।
नीलाम की गई 13 खदानों में से 4 ऐसी कोयला खदानें हैं जिनकी संभावनाओं का पूरी तरह से पता लगाया जा चुका है और 9 ऐसी खदानें हैं जिनकी संभावनाओं का आंशिक रूप से पता लगाया गया है। इन 13 कोयला खदानों का कुल भूवैज्ञानिक भंडार 2569.76 मिलियन टन है। इन कोयला खदानों (आंशिक रूप से पता लगाए गए संभावनाओं वाले कोयला खदानों को छोड़कर) का संचयी पीआरसी 4.2 एमटीपीए है।
आयोजित की गई नीलामियों का खदान-वार परिणाम इस प्रकार है:
1. महान (मध्य प्रदेश), कोल रिजर्व- 107.41 MT, जेके सीमेंट लिमिटेड
2. मारा- II महान (मध्य प्रदेश), कोल रिजर्व- 955.96 MT, महान एनर्जेन लिमिटेड
3. थेसगोरा-बी/रुद्रपुरी (मध्य प्रदेश), कोल रिजर्व- 45.04 MT, सनफ्लैग आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड
4. बिनोदपुर भभानीगंज (पश्चिम बंगाल), कोल रिजर्व- 198.57 MT, जेएमएस माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड
5. मरकी-जरी-जमनी-अड़कोली (महाराष्ट्र), कोल रिजर्व- 21.76 MT, नीलकंठ इंफ़्रा माइनिंग लिमिटेड
6. बाबूपारा पूर्व (झारखंड), कोल रिजर्व- 160.00 MT, रुंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड
7. बैसी (छत्तीसगढ़), कोल रिजर्व- 135.00 MT, इंदरमणि मिनरल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
8. डुमरी (झारखंड), कोल रिजर्व- 55.99 MT, एस एम स्टील्स एंड पावर लिमिटेड
9. दूनी सेंट्रल (झारखंड), कोल रिजर्व- 45.00 MT, बुल माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड
10. लालगढ़ दक्षिण (झारखंड), कोल रिजर्व- 260.00 MT, रुंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड
11. लामाटोला (मध्य प्रदेश), कोल रिजर्व- 200.00 MT, एसीसी लिमिटेड
12. दामुडा के दक्षिण (झारखंड), कोल रिजर्व- 291.71 MT, रुंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड
13. शहडोल के पश्चिम (दक्षिण) (मध्य प्रदेश), कोल रिजर्व- 93.32 MT, जेके सीमेंट लिमिटेड
नीलामी में 25.96 प्रतिशत की औसत राजस्व हिस्सेदारी के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई। यह कोयला खनन क्षेत्र में उद्योगों की निरंतर रुचि और पारदर्शी एवं स्थिर नीतिगत ढांचा प्रदान करने में कोयला मंत्रालय के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। ये खदानें 652 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व सृजन (आंशिक रूप से पता लगाए गए संभावनाओं वाले कोयला खदानों को छोड़कर) और लगभग 630 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश और 5,678 लोगों के लिए रोजगार सृजन में योगदान देंगी। इस चरण में 5 कोकिंग कोयला खदानों की नीलामी भी हुई, जो देश में आयात किए जाने वाले कोयले का प्रमुख प्रकार है। एक बार इन कोकिंग खदानों में कामकाज शुरू हो जाने पर आयातित कोकिंग कोयले पर देश की निर्भरता कम हो जाएगी।
वर्ष 2020 से वाणिज्यिक कोयला खदानों के शुभारंभ के बाद से, प्रति वर्ष 226 मिलियन टन की उत्पादन क्षमता वाली कुल 104 कोयला खदानों की सफलतापूर्वक नीलामी की गई है। कामकाज शुरू होने के बाद, ये खदानें कोयले के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और देश को कोयला क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में काफी योगदान देंगी। इन खदानों से 33,738 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व, 33,930 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश और कोयला क्षेत्र में 3,05,815 लोगों के लिए रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।