नई दिल्ली, 01 अगस्त। कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) ने 29 मार्च, 2023 को छठे दौर के दूसरे प्रयास और सातवें दौर के तहत वाणिज्यिक खनन (Commercial Mining) के लिए कोयला खदानों की नीलामी शुरू की है। बोलियों के मूल्यांकन के बाद, छह खदानों के लिए फॉरवर्ड ई- नीलामी एक अगस्त से शुरू की गई है।
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पहले दिन दो कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था जिनमें से एक खदान सीएमएसपी और दूसरी एमएमडीआर कोयला खदान थी। खदानों का विवरण इस प्रकार है:
- एक कोयला खदान पूरी तरह से एक्सप्लोर्ड है और दूसरी आंशिक रूप से एक्सप्लोर्ड है।
- इन दोनों खदानों का कुल भूवैज्ञानिक भंडार 516.34 मिलियन टन (एमटी) है।
- इन कोयला खदानों के लिए कुल पीक रेटेड क्षमता (पीआरसी) 3 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है।
कोयला मंत्रालय के अनुसार चालू होने पर, ये कोयला खदानें 337.54 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करेंगी, जिसका आकलन इन कोयला खदानों (आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदानों को छोड़कर) के पीआरसी के आधार पर किया गया है। इन खदानों पर 450 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश का होगा जिससे 4,056 लोगों को रोजगार मिलेगा।
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इन दो खदानों की हुई नीलामी
- झारखण्ड राज्य में स्थित नॉर्थ धाडू (पश्चिमी हिस्सा) को नीलामी के जरिए एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने हासिल किया है। इस कोल ब्लॉक में 434.65 मिलियन टन का भंडार है।
- इसी तरह मध्य प्रदेश में स्थित पथौरा वेस्ट खदान श्री बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड को मिली है। यहां 81.69 मिलियिन टन कोल रिजर्व है।