कोरबा, 27 मार्च। कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) द्वारा कमॅर्शियल माइनिंग (Commercial Mining) के तहत नीलामी के 12वें चरण में छत्तीसगढ़ की 7 कोयला खदानों को सम्मिलित किया गया है। इनमें रायगढ़ जिले की 3 तथा कोरबा एवं बलरामपुर जिले की दो- दो कोयला खदान है।
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12वें दौर की नीलामी के लिए कोरबा (Korba) जिले में स्थित रजगामार डिपसाइड देवनारा (Rajgamar Dipside (Deavnara)) एवं रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह नाला (Rajgamar Dipside (South of Phulakdih Nala)) को सूचीबद्ध किया गया है। रजगामार डिपसाइड देवनारा में 78.464 मिलियन टन (MT) कोल रिजर्व है। पूर्व में इस खदान को एपीआई इस्पात एंड पॉवरटेक प्राइवेट लिमिटेड तथा सीजी स्पंज मैन्यूफैक्चर्स कंसोर्टियम कोलफील्ड्स लिमिटेड को आबंटित किया गया था।
रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह नाला में 61.697 मिलियन टन कोयला भंडार है। इस कोल ब्लॉक क्षेत्र में 89 फीसदी जंगल है। पूर्व में मोनेट इस्पात एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड एवं टॉपवर्थ स्टील प्राइवेट लिमिटेड को आबंटित किया गया था।
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दोनों खदानों की आबंटित कंपनियों के कोयला घोटाले (Coal Scam) में नाम आने के बाद आबंटन निरस्त कर दिया गया था। अब एक बार फिर से दोनों कोयला खदानों को नीलामी के माध्यम से बिक्री के लिए रखा गया है। अभी हाल ही में कोरबा जिले में स्थित विजय सेंट्रल कोयला खदान 11वें दौर की नीलामी में रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड को मिली है।