नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार पर इस संकट की घड़ी में कोविड-19 से लड़ने के लिए की गई सभी सरकारी खरीदारी पर बड़े पैमाने पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाते हुए सभी सरकारी खरीदारी के आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग की है।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को कोविड-19 से लड़ने के लिए लगनेवाले उपकरणों की खरीदारी करते समय इसमें की जाने वाली मुनाफाखोरी को तुरंत समाप्त करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
मनीष तिवारी ने वीडियो कॉन्फरेंसिंग से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि लगता है कोविड-19 से लड़ने के लिए उपकरणों की खरीदारी करने में बड़ी गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत सरकार से मांग करते हैं कि कोविड-19 से लड़ने के लिए टेस्टिंग, पीपीई और वेंटीलेटर्स जैसे उपकरणों के लिए की गई खरीदारी को सार्वजनिक किया जाये। सभी लेन-देन को सार्वजिनक डोमेन पर पारदर्शी रूप से पेश किया जाना चाहिए।
इसके लिए उन्होंने टेस्टिंग किट की आपूर्ति करने वाली एक कंपनी का उल्लेख किया और कहा कि ये किट 245 रुपये में खरीदी गई है और उसे उस कंपनी ने आईसीएमआर को 600 रुपये में बेचा जबकि तमिलनाडु सरकार को उसी कंपनी ने वही किट 400 रुपये में बेचा।
तिवारी ने आगे कहा कि ये मामला उस समय सामने आया जब ऐसे उपकरण की आपूर्ति करने वाली एक कंपनी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। ये एक गंभीर मामला है जो कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के संसाधन कम हो रहे हैं इसलिए हमें संसाधनों को बढ़ाना चाहिए और कंपनियों को ऐसे लेन-देन में 60 प्रतिशत से अधिक क्रय-विक्रय की अनुमति नहीं देनी चाहिए।