कोरबा (IP News). कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की योजना अनुसार आने वाले दिनो में कोरबा में कोरोना संक्रमितो को इलाज की और बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मरीजो के इलाज के लिए पहले से ही सभी सुविधाएं तैयार करने की कलेक्टर श्रीमती कौशल की योजना के तहत स्याहीमुड़ी के एजुकेशन हब में एक हजार बिस्तरों वाला आईसोलेशन सेंटर तैयार किया जा रहा है। अभी तक इस आईसोलेशन सेंटर मे 700 बिस्तरो के सर्वसुविधायुक्त वार्ड तैयार किए जा चुके है। आने वाले दिनो में यहां तीन सौ बिस्तर और बढ़ाये जाएंगे।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीबी बोर्डे ने बताया कि प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरबा जिले में पहले से ही संक्रमितो के इलाज की तैयारियां की जा रही है। एजुकेशन हब स्याहीमुड़ी में विशेष कोविड आईसोलेशन सेंटर तैयार किया जा रहा है। एक हजार बिस्तर क्षमता वाले इस सेंटर में ऐ-सिम्टोमेटिक कोरोना संक्रमितो को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए इलाज के लिए रखा जाएगा।
सेंटर में वर्तमान में 700 बिस्तरो की क्षमता विकसित हो गई है। यहां संक्रमितो के इलाज के लिए डाॅक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, बायोवेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ सुरक्षा की भी पूरी व्यवस्था कर ली गई है। डाॅ. बोर्डे ने बताया कि इस आईसोलेशन सेंटर के पूरी तरह से विकसित हो जाने पर कोरबा जिले की कोरोना संक्रमितो के ईलाज की क्षमता 142 से बढ़कर एक हजार 142 हो जाएगी।
डाॅ. बोर्डे ने बताया कि वर्तमान में जिले में ईएसआईसी अस्पताल के भवन में 142 बेडेड विशेष कोविड अस्पताल संचालित है। इस अस्पताल में अभी 61 मरीजो का ईलाज किया जा रहा है। विशेष कोविड अस्पताल मे भर्ती कोरोना संक्रमितो में 50 पुरूष और 11 महिला मरीज है। अस्पताल मेे कोरबा जिले के 43, गोरेला-पेेंड्रा मरवाही जिले के 16 और जांजगीर चांपा तथा मुंगेली जिले के एक-एक कोरोना संक्रमित मरीजो को इलाज अस्पताल में किया जा रहा है।
सीएमएचओ ने बताया कि अभी तक अस्पताल में 317 मरीजो को भर्ती किया जा चुका है। जिसमें से 252 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके है। कोविड संक्रमित चार बुजुर्ग और बच्चों को इस अस्पताल से रायपुर एम्स भी इलाज के लिए भेजा गया है।