नई दिल्ली। 27 सितंबर, आज बेटी दिवस है। अलग-अलग देशों में बेटी दिवस अलग-अलग दिन मनाया जाता है। भारत में ये सितंबर के अंतिम रविवार को मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी बेटियों को गिफ्त देते हैं। कई देशों की सरकारें इस दिन को फेस्टिवल की तरह मनाती हैं ताकि बेटे और बेटियों के बीच समानता को बढ़ावा दिया जा सके। अगर आप भी इस बेटी दिवस पर अपनी अपनी बेटी को खास गिफ्ट देना चाहते हैं तो यहां बताई जाने वाली स्पेशल निवेश योजनाएं बेस्ट रहेंगी, जिससे आपकी बेटी का फ्यूचर सुरक्षित हो जाएगा।
बेटी पढ़ाओ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
भारत सरकार का एक अभियान है, जिसका उद्देश्य भारत में लड़कियों के लिए जागरूकता पैदा करना और उनके लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं में सुधार करना है। इस योजना की शुरुआत 100 करोड़ रु की शुरुआती फंडिंग से हुई थी। यह मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार और दिल्ली में समूहों को लक्षित करती है। इस योजना के टार्गेट में बालिकाओं के अस्तित्व और सुरक्षा और उनकी उच्च शिक्षा सुनिश्चित करना है।
सुकन्या समृद्धि योजना
ये योजना खास तौर पर बेटियों के आर्थिक भविष्य को देखते हुए शुरू की गई। इस योजना के तहत आप अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवा कर उसमें निवेश शुरू कर सकते हैं। योजना की अवधि 15 साल है और 1 साल में अधिकतम 1.5 लाख रु का निवेश किया जा सकता है। निवेश किए गए पैसे पर ब्याज मिलता है। इस योजना में आपको टैक्स बेनेफिट भी मिलेगा।
बालिका समृद्धि योजना
ये एक स्कॉलरशिप स्कीम है। इसका लाभ गरीबी रेखा से नीचे वाली लड़कियों और उनकी माता को मिलता है। इस योजना का मुख्य मकसद ऐसी लड़कियों की स्थिति बेहतर बनाना, शादी के लिए उम्र बढ़ाना (जल्दी शादी न हो) और स्कूलों में लड़कियों की हिस्सेदारी बढ़ाना है। बता दें कि बेटी के जन्म पर इस योजना के तहत 500 रु मिलते हैं। स्कूल के दौरान लड़की को 300 से 1000 रु तक की सालाना मदद दी जाती है।
सीबीएसई उड़ान स्कीम
उड़ान सीबीएसई द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिससे वंचित छात्राओं को स्कूल के बाद प्रोफेश्नल एजुकेशन दिलाने में सहायता की जाती है। इसमें खास कर साइंस और मैथ पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। स्कूल के दौरान भी इस योजना का फायदा होता है। सीबीएसई उड़ान स्कीम के तहत 11वीं और 12वीं की छात्राओं को बेहतर एजुकेशन के लिए फ्री सामान और ऑनलाइन वीडियो स्टडी कंटेंट दिया जाता है।
हरियाणा लाडली योजना
हरियाणा सरकार की लाडली योजना का टार्गेट लड़कियों को आर्थिक मदद देना है। इसके जरिए हरियाणा सरकार राज्य में लड़कियों की जन्म दर को भी बढ़ाना चाहती है। आपको बता दें कि योजना के तहत 20 अगस्त 2005 या इसके बाद जन्मी लड़की और उसकी मां को सालाना 5000 रु की आर्थिक सहायता दी जाती है। ये बेनेफिट किसान विकास पत्र के जरिए मिलता है। योजना का पैसा बेटी की आयु 18 वर्ष पूरे होने पर दिया जाता है। लाडली योजना में हर साल 5000 रु मिलेंगे, मगर जब दूसरी बेटी की आयु 18 वर्ष हो जाएगी तो कुल पैसा दे दिया जाता है।
लाडली लक्ष्मी योजना, मध्य प्रदेश
ये भी एक राज्य सरकार की योजना है, जिसे 2006 में शुरू किया गया था। इस योजना का मकसद बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या रोकना था। योजना के तहत आपकी बेटी के नाम पर हर साल राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र में 6000 रु का निवेश किया जाता है। इसमें 2000 रु का निवेश 6वीं कक्षा और 4000 रु का निवेश 9वीं कक्षा में प्रवेश किया जाता है। ध्यान रहे कि राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ सिर्फ उसी राज्य के लोगों को मिलता है।
कर्नाटक भाग्यश्री योजना
ये योजना लाडली लक्ष्मी योजना, मध्य प्रदेश मिलती-जुलती है। योजना का मकसद गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों में बेटियों के जन्म को बढ़ावा देना है। आर्थिक लाभ की बात करें तो बेटियों को 25000 रु तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर इस योजना में दिया जाता है। वहीं 10वीं कक्षा तक 300 रु से 1000 रु तक की सालाना स्कॉलरशिप भी मिलती है।
माजी कन्या भाग्यश्री योजना (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र में ये स्कीम गरीबी रेखा से नीचे और बाकी आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच लड़कियों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए शुरू हुई थी। इस योजना के तहत बेटी के जन्म से उसकी आयु 5 साल होने तक माँ को हर साल 5000 रु मिलते हैं। फिर 5वीं कक्षा में दाखिले तक बेटी को 2500 रु सालाना दिया जाता है। बेटी की आयु 18 साल होने पर उच्च शिक्षा के लिए 1 लाख रु आर्थिक सहायता मिल सकती है।
कन्या श्री प्रकल्प योजना (पश्चिम बंगाल)
इस योजना के उद्देश्यों में आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों की मदद करके उनकी बेटियों के जीवन और स्थिति में सुधार करना शामिल है, ताकि परिवार आर्थिक समस्या के कारण 18 साल से पहले ही अपनी बेटी की शादी न करे। इस योजना से कन्या भ्रूण हत्या और बाल तस्करी में कमी आई है। स्कूल जाने वाली कन्याओं की संख्या भी बढ़ी है। योजना के तहत 1000 रु की वार्षिक स्कॉलरशिप मिलती है, जबकि 25000 रु एक बार दिए जाते हैं। ये लाभ 13 से 18 साल की कन्याओं को दिया जाता है।
मुख्यमंत्री राजश्री योजना (राजस्थान)
इस योजना के माध्यम से बेटी के जन्म पर 2,500 रुपये और एक वर्ष के टीकाकरण पर 2,500 रुपये मिलते हैं। इसके बाद पहली कक्षा में प्रवेश पर 4000 रुपये और छठी कक्षा में प्रवेश पर 5000 रु मिलते हैं। इतना ही नहीं आपकी बेटी को दसवीं में प्रवेश पर 11000 रु और 12वीं पास करने पर 25000 रु आर्थिक सहायता दी जाती है।
नंदा देवी कन्या धन योजना (उत्तराखंड)
इस योजना का उद्देश्य भी लिंगभेद खत्म करना, भ्रूण हत्या रोकना और बाल विवाह पर लगाम लगाना है। इस योजना के तहत बेटी के नाम पर 5000 रु एफडी की जाती है, जो बेटी के 18 वर्ष पूरे करने पर 23 हजार रु से ज्यादा की रकम हो जाती है। इतना ही नहीं कक्षा 9वीं से 12वीं तक सालाना 1200 रुपये भी मिलते हैं और बेटी के माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु पर 30000 रु मिलते हैं। मगर यदि आकस्मिक मृत्यु हो तो 75000 रु दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना (बिहार)
इस योजना के तहत बिहार सरकार बेटी के नाम पर 2000 रु एफडी करती है। मगर पूरी रकम बेटी के 18 साल होने पर मिलती है, जिसमें ब्याज भी शामिल होता है। ध्यान रहे कि इस योजना का लाभ परिवार की 2 लड़कियों तक ही सीमित है।