बेंगलुरु. बेंगलुरु के ब्यादरहल्ली इलाके में स्थित एक घर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की लाश बेहद खराब हालत में मिली हैं. पुलिस जब घर में दाखिल हुई तो उन्होंने पाया कि चार लोगों के शव अलग-अलग कमरों में फांसी पर लटके हुए थे, जबकि 9 महीने के एक बच्चे की लाश बिस्तर पर थी.
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों की आत्महत्या के बाद बच्चे की मौत भूख के चलते हुई है. इसी तरह का एक मामला साल 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में सामने आया था, जहां एक परिवार के 11 सदस्य घर की सीलिंग पर फांसी से लटके पाए गए थे.
बता दें कि ये खौफनाक वारदात बेंगलुरु के बयादरहल्ली में हुई. घर में परिवार के 4 लोग फांसी के फंदे पर लटके हुए मिले, वहीं 9 साल की बच्ची का शव बेड पर पड़ा हुआ मिला.
हालांकि इस दौरान घर में ढाई साल की एक बच्ची जिंदा मिली, जिसको पुलिस ने रेस्क्यू किया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. शुरुआती जांच में ये मामला आत्महत्या का लग रहा है. अभी हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. पुलिस टीम हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है.
मृतकों की पहचान भारती (51), सिंचन (34), सिंधुरानी (31) और मधुसागर (25) के रूप में हुई है. एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि शुक्रवार को जब वे घर में दाखिल हुए तो उन्होंने घर के सदस्यों को फांसी पर लटके हुए पाया. आशंका जताई जा रही है कि पारिवारिक कलह के चलते सदस्यों ने अपना जीवन अंत कर लिया. आशंका है कि परिवार की मौत करीब 4 दिन पहले हुई है.
घर से शव निकाले गए तो वह बुरी तरह सड़ चुके थे। पुलिस ने भूख के कारण बेहोशी की हालत में मिली सिंचना की ढाई साल की बेटी को बचा लिया गया है. उसका जिंदा रहना हर कोई चमत्कार मान रहा है. उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
पड़ोसियों ने बताया कि शंकर की बड़ी बेटी अपने पति से झगड़ा करके मायके आ गई थी. जबकि छोटी बेटी प्रसव के लिए आई थी. बेटा पेशे से इंजिनियर था और एक कंपनी में काम करता था. पुलिस शंकर से पूछताछ कर रही है. ब्यादरहल्ली पुलिस ने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है. हालांकि यह आत्महत्या का मामला लगता है, लेकिन पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि होगी.