कोयला मंत्रालय की उप महानिदेशक श्रीमती संतोष वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (WCL) के दो दिवसीय प्रवास पर रही। अपने प्रवास के प्रथम दिवस, को उन्होंने वणी क्षेत्र का दौरा किया। यहाँ उन्होंने निलजई उप क्षेत्र के बूम बैरियर्स के कार्य तथा आईटी उपक्रमों का निरीक्षण किया एवं इस दिशा में अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उनके साथ मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री अजय मधुकर म्हेत्रे तथा वणी के क्षेत्रीय महाप्रबंधक श्री आभास चंद्र सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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अपने प्रवास के द्वितीय दिवस को उन्होंने मुख्यालय में वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कार्य-निष्पादन, सीएसआर गतिविधियाँ तथा विजिलेंस संबंधी मुद्दों की समीक्षा की। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने विश्वास जताया कि वेकोलि अपने कोयला उत्पादन और प्रेषण के साथ-साथ सीएसआर आदि के लक्ष्य को भी अवश्य हासिल करेगा।

समीक्षा बैठक में सीएमडी जे पी द्विवेदी ने वेकोलि की वर्तमान स्थिति, खनन गतिविधियों तथा सीएसआर के कार्य आदि के बारे में जानकारी दी तथा वेकोलि की भावी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में निदेशक (वित्त) श्री बिक्रम घोष, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री अजय मधुकर म्हेत्रे, एवं मुख्यालय के महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

समीक्षा बैठक के पूर्व, श्रीमती संतोष ने वेकोलि के सीएसआर के अंतर्गत क्रियान्वित प्रोजेक्ट-तराश (TARASH –Talent Amplification of Rural Youth through Aggressive Skill Hunt) के प्रशिक्षण ले रहे बच्चों से भेंट कर बातचीत की। यह बच्चे प्रोजेक्ट-तराश के अंतर्गत नागपुर के आकाश-बायजू केंद्र में IIT-JEE तथा NEET परीक्षाओं के लिए का दो वर्षों की अवधि का प्रशिक्षण ले रहे है।

श्रीमती संतोष ने प्रोजेक्ट-तराश की सराहना की तथा छात्रों को अपने लक्ष्य के प्रति निरंतर प्रयत्नशील रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस अवसर पर छात्रों के हॉस्टल को भी भेंट कर उनको दी जा रही सुविधाओं का जायज़ा लिया।

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इसके उपरांत वेकोलि मुख्यालय में आगमन पर श्रीमती संतोष ने मुख्यालय में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर  (ICCC)  फॉर ई-सर्वेलंस का निरीक्षण किया। उन्होंने(ICCC की सराहना करते हुए बताया की वेकोलि के इस पहल को कोल इंडिया लिमिटेड की अन्य अनुषंगी कंपनियों में भी अपनाया जा रहा है।