रेलवे स्टेशन के कोचिंग डिपो पर खड़ी ट्रेन के डिब्बे में अधिकारी ने आग लगाई। मामला कुछ यूं है कि रतलाम रेल मंडल के डीआरएम अचानक इंदौर आए। आते ही वे सबसे पहले न्यू सियागंज स्थित कोचिंग डिपो पहुंचे उन्होंने ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था जांची। अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ वे ट्रेन में पहुंचे और एक डिब्बे में आग लगा दी वे ट्रेनों में लगे सुरक्षा यंत्रों की मजबूती को जांच रहे थे। डीआरएम के इस प्रयोग को देखकर अधिकारी आश्चर्यचकित हो गए।
डीआरएम विनीत गुप्ता बिना पूर्व सूचना के अचानक पहुंचे। उन्हें देखकर कोचिंग डिपो के कर्मचारी-अधिकारी सकते में आ गए। उन्हें देखकर सभी दौड़े-दौड़े पहुंचे। गुप्ता ने इंदौर डोंड ट्रेन में सुरक्षा उपकरण जानने के लिए आग लगाकर फायर डिडक्शन सिस्टम को देखा। सभी सिस्टम काम करते पाए जाने पर गुप्ता ने संतुष्टि जताई।
डिब्बों के अंदर जाकर सफाई और तकनीकी काम देखे। ट्रेनें के मैंटनेंस संबंधी रजिस्टर भी चेक किए। सफाई और पानी व्यवस्था पर उन्होंने और काम करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने रेलवे के तकनीकी कर्मचारियों से कई देर तक बात की। उनकी समस्याएं जानने के साथ उन्हें बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। संसाधनों की जरूरत को उन तक पहुंचाने की बात कही।
स्टेशन पहुंचकर देखी यात्री व्यस्थाएं
डिपो के बाद गुप्ता सीधे रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर पहुंचे। यहां उन्होंने एसी-नॉन एसी वेटिंग हॉल देखा। प्लेटफॉर्म पर बनाए जा रहे शेड का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। दिव्यांगजन के लिए बनाए जा रहे रैंप का काम भी जल्द पूरा करने का कहा। एक जगह फेन बंद होने से अधिकारियों को छोटी-छोटी व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
गुप्ता बोले यात्रियों की सुरक्षा-सुविधा सर्वोपरी
दौरे के दौरान गुप्ता ने कहा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है। समय-समय पर हम यात्री सुरक्षा का आकलन करते हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को इंदौर पहुंचा। इंदौर बड़ा स्टेशन है यहां से देशभर में ट्रेने जाती है इसलिए विशेष तौर पर यहां आया हूं। यहां के कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं। कर्मचारी-अधिकारियों को प्रोत्साहित करना भी हमारे काम का हिस्सा हैं।
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