प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया। 17 घंटों की जांच के बाद उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि बालाजी की गिरफ्तारी के बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। उन्हें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की सुरक्षा में रखा गया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी और डीएमके पार्टी के संसद सदस्यों ने आज राज्य के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी से मुलाकात की। वे चेन्नई के ओमनदुरार मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में आई. सी. यू में भर्ती हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने सेंथिल बालाजी को कल 16 घंटे की पूछताछ के बाद आज तडके गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने आज जारी बयान में भारतीय जनता पार्टी सरकार पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि समुचित प्रक्रिया का पालन किये बिना जल्दबाजी में सेंथिल को गिरफ्तार करना अमानवीय है। हालांकि उन्होंने अधिकारियों की जांच में पूरा सहयोग दिया था।था।
मुख्यमंत्री ने पूर्व अनुमति के बिना सचिवालय में बालाजी के केबिन पर छापा डालने की भी निंदा की। अस्पताल परिसर और करूर में श्री सेंथिल से जुड़ी जगहों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। डीएमके पार्टी ने कहा है कि वह मामले से निपटने के लिए कानूनी कार्रवाई करेगी।
विपक्षी दलों ने सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी की निंदा की है और भारतीय जनता पार्टी पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। जब श्री सेंथिल बालाजी पहले की ए. आई. ए. डी. एम के सरकार में मंत्री थे तब उच्चतम न्यायालय ने नौकरी के बदले पैसा लेने के मामले में उनके ठिकानों पर छापा डालने की अनुमति दी थी। इसी से जुड़ी एक अन्य घटना में सेंथिल बालाजी की पत्नी मेघला ने मद्रास उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की है। मामले की सुनवाई आज होगी।
ओमानदुरार सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी की बाईपास सर्जरी करने की सिफारिश की है। डॉक्टरों ने आज उनका एंजियोग्राफी किया और इसके बाद यह सिफारिश की गई।